संवाददाता सन्तोष उपाध्याय
लखनऊ: मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ से प्राप्त निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइन्स लखनऊ में शुक्रवार को विश्व स्तरीय कम्पनी जेस्लर सॉफ्टेक्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से संस्थान में एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। यह एमओयू यूपीएसआईएफएस एवं जेस्लर के मध्य संस्थापक निदेशक, डॉ. जी.के. गोस्वामी, आईपीएस एवं वाइस प्रेसिडेंट, जेस्लर सॉफ्टेक्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, विशाल गौतम ने हस्ताक्षरित किया।
संस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. जी.के. गोस्वामी ने बताया कि एमओयू कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रशान्त कुमार, आईपीएस, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश थे, जिनकी गरिमामयी आनलाइन उपस्थिति में यह एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। पुलिस महानिदेशक उ.प्र. महाकुम्भ के दौरे पर जनपद प्रयागराज में व्यस्त थे, किन्तु इस एमओयू की महत्ता के दृष्टिगत उन्होंने आनलाइन जुड़कर जेस्लर सॉफ्टेक्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एवं यूपीएसआईएफएस के पदाधिकारियों, छात्र-छात्राओं को सम्बोधित कर अपना आशीर्वचन प्रदान किया।
पुलिस महानिदेशक उ.प्र. ने इस अवसर पर कहा कि यह एमओयू हमारे लिए अतिमहत्वपूर्ण है, इससे हमें साइबर फ्रॉड, साइबर सिक्योरिटी के प्रकरणों में बेहतर सहयोग मिल सकेगा । उन्होंने कहा कि इस संस्थान का नींव गृह मंत्री, भारत सरकार द्वारा इसी नियत के साथ रखा गया था, जिस परिकल्पना को इस संस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. जी.के. गोस्वामी को फलीभूत कर रहे हैं। पूर्व में भी इस संस्थान द्वारा देश के महत्वपूर्ण संस्थाओं से एमओयू किये हैं, जिसका लाभ पूरे प्रदेश को मिल रहा है। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह संस्थान जेस्लर सॉफ्टेक्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ सहभागिता करके मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. जी.के. गोस्वामी ने कहा कि जेस्लर सॉफ्टेक्ट मालवेयर सुरक्षा, फिशिंग, मालवेयर, थ्रेड, एवं साइबर अटैक इत्यादि के समाधान हेतु एक अग्रणी साइबर सुरक्षा सम्बन्धित संस्थान है। एमओयू में स्पष्ट किया गया कि यूपीएसआईएफएस परिसर में, जेस्लर सॉफ्टेक्ट इस क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों पर काम करने और सामाजिक और उद्योग प्रासंगिक समाधान विकसित करने के लिए साइबर सुरक्षा में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित कर सकता है।
डॉ. गोस्वामी ने यह भी कहा कि दोनों पक्ष संयुक्त रूप से आपसी हित के विषयों पर विशेष तकनीकी प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम या कार्यशालाएं आयोजित कर सकते हैं तथा नवीनतम उपकरणों और प्रौद्योगिकियों पर सेमिनार, सम्मेलन, कार्यशालाओं आदि के लिए संयुक्त आयोजन भी कर सकेंगे । उन्होंने कहा कि यूपीएसआईएफएस एवं जेस्लर सॉफ्टेक्ट आपसी सहभागिता करके अनुसंधान क्षमता, प्रौद्योगिकी, अनुप्रयुक्त विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे, कंप्यूटर विजन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स, वीएलएसआई, आदि में विशेषज्ञता, और तकनीकी परिसंपत्तियों और वरिष्ठ प्रबंधन निरीक्षण के विकास के लिए कानूनी अनुपालन के संदर्भ में विशेषज्ञता सम्बन्धित कार्य भी किये जायेंगे।
जेस्लर सॉफ्टेक्ट के वाइस प्रेसिडेंट, विशाल गौतम ने कहा कि मैं इस अवसर को गौरवपूर्ण महसूस कर रहा हूँ कि प्रदेश सरकार के एक महत्वपूर्ण संस्थान से हमने आज एमओयू स्थापित किया । मेरी कम्पनी विश्व में क्लाउड प्लेटफार्म की एक बड़ी कम्पनी है। हम पूरे विश्व में प्रतिदिन 12 से 13 करोड़ साइबर अटैक को ब्लाक कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस संस्थान के साथ जुड़कर सहोयगात्मक रवैये के साथ एमओयू की शर्तो को पूर्ण करेंगे । इस अवसर पर संस्थापक निदेशक डॉ. जी.के. गोस्वामी एवं संस्थान के अपर निदेशक राजीव मल्होत्रा ने विशाल गौतम, जेस्लर सॉफ्टेक्ट वाइस प्रेसिडेंट तथा अभीर नाईक, जेस्लर सॉफ्टेक्ट, ग्लोबल हेड को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।
इस अवसर पर संस्थान के समस्त डीन, प्रोफेसर, असिस्टेन्ट प्रोफेसर, सहायक कुलसचिव चन्द्रमोहन सिंह एवं श्रुति दासगुप्ता तथा प्रशासनिक अधिकारी अतुल कुमार यादव, जनसम्पर्क अधिकारी सन्तोष कुमार तिवारी सहित संस्थान के आरआई बृजेश सिंह भी मौजूद रहे।
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