नई दिल्ली New Delhi: आधार धारकों ने पिछले महीने एक अरब 96 करोड प्रामाणिक लेनदेन किए। अप्रैल 2022 की तुलना में यह 19 दशमलव तीन प्रतिशत अधिक है। इससे संकेत मिलता है कि देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था और आधार के उपयोग में वृद्धि हो रही है।
इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि इनमें से अधिकतर लेनदेन का प्रमाणन फिंगरप्रिंट के उपयोग से किया गया। डेमोग्राफिक और ओटीपी के माध्यम से लेनदेन के बाद आधार प्रमाणित लेनदेन का स्थान है। आसानी के कारण चेहरे के आधार पर प्रमाणन से लेनदेन भी बढ रहा है।आधार धारकों ने पिछले महीने एक अरब 96 करोड प्रामाणिक लेनदेन किए। अप्रैल 2022 की तुलना में यह 19 दशमलव तीन प्रतिशत अधिक है। इससे संकेत मिलता है कि देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था और आधार के उपयोग में वृद्धि हो रही है।
इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि इनमें से अधिकतर लेनदेन का प्रमाणन फिंगरप्रिंट के उपयोग से किया गया। डेमोग्राफिक और ओटीपी के माध्यम से लेनदेन के बाद आधार प्रमाणित लेनदेन का स्थान है। आसानी के कारण चेहरे के आधार पर प्रमाणन से लेनदेन भी बढ रहा है।आधार धारकों ने पिछले महीने एक अरब 96 करोड प्रामाणिक लेनदेन किए। अप्रैल 2022 की तुलना में यह 19 दशमलव तीन प्रतिशत अधिक है। इससे संकेत मिलता है कि देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था और आधार के उपयोग में वृद्धि हो रही है।
इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि इनमें से अधिकतर लेनदेन का प्रमाणन फिंगरप्रिंट के उपयोग से किया गया। डेमोग्राफिक और ओटीपी के माध्यम से लेनदेन के बाद आधार प्रमाणित लेनदेन का स्थान है। आसानी के कारण चेहरे के आधार पर प्रमाणन से लेनदेन भी बढ रहा है।
Source: AIR
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