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25 September 2022   Admin Desk



भारत ने इनोवेशन रोड-मैप ऑफ दी मिशन इंटीग्रेटेट बायो-रीफायनरीज़ के आरंभ की घोषणा की

पिट्सबर्ग: डॉ. जितेन्द्र सिंह इस समय विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक उच्चस्तरीय संयुक्त भारतीय मंत्री स्तरीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने अमेरिका के पेनसिल्वेनिया स्थित पिट्सबर्ग में आयोजित ग्लोबल क्लीन एनर्जी ऐक्शन फोरम (वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्यवाही मंच) में ब्राजील, कनाडा, ईसी और यूके से मिले नतीजों और निष्कर्षों के आधार पर विकसित इनोवेशन रोड-मैप ऑफ दी मिशन इंटीग्रेटेट बायो-रीफायनरीज़ (मिशन आधारित जैव-परिशोधन की नवोन्मेषी रूपरेखा) की शुरूआत की घोषणा की।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि मिशन का लक्ष्य सार्वजनिक-निजी निवेश के जरिये अगले पांच वर्षों के दौरान ऊर्जा अनुसंधान, विकास और कार्यप्रणाली (आरडी-एंड-डी) में वित्तपोषण बढाने के लिये अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना है, ताकि इस लक्ष्य को पूरा करने की तथा सार्वजनिक व निजी निवेश के रचनात्मक चक्र की शुरूआत हो सके।

इनोवेशन रोडमैप ऑफ दी मिशन इंटीग्रेटेड बायो-रीफायनरीज़ का लक्ष्य

डॉ. जितेन्द्र सिंह ग्लोबल क्लीन एनर्जी ऐक्शन फोरम में सस्टेनेबल बायो-एनर्जी एंड बायो-रीफायनरीज़ के पहली गोलमेज चर्चा में बोल रहे थे। यह फोरम सातवें मिशन इनोवेशन और 13वें क्लीन एनर्जी मिनिस्टीरियल-2022 का संयुक्त सम्मेलन है। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इनोवेशन रोडमैप ऑफ दी मिशन इंटीग्रेटेड बायो-रीफायनरीज़ का लक्ष्य है कि मौजूदा जैव-परिशोधक मूल्य श्रृंखलाओं में खामियों तथा चुनौतियों की पहचान करके उसका समाधान किया जाये, मिशन को सहयोग देने के लिये आठ प्रमुख कार्यों को प्राथमिकता दी जाये तथा इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये मिशन को सही दिशा दी जाये।

उन्होंने कहा कि इससे नीति-निर्माताओं को रणनीतिक प्रारूप भी मिलता है, ताकि वे अगले पांच वर्षों में अनुसंधान और विकास की दिशा में अग्रसर हो सकें। इसके अलावा महत्त्वपूर्ण जैव-परिशोधक प्रौद्योगिकियों के पूरे परिवेश के वित्तपोषण के प्रस्तावों को तैयार करने में सुविधा हो तथा कार्रवाई तेजी से चलाने के सुझाव मिल सकें।

मंत्रियों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, अमेरिका के ऊर्जा विभाग, मिशन नवाचार संचालन समिति और मिशन नवाचार सचिवालय के वरिष्ठ प्रतिनिधियों, एमआई सदस्य देशों और साझेदार संगठनों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुये डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा बैठक भारत को यह अवसर देती है कि वह विश्व के सामने जलवायु तथा स्वच्छ ऊर्जा के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना को प्रस्तुत कर सके। डॉ. सिंह ने कहा कि इस बैठक में सम्मिलित होते हुये उन्हें बहुत हर्ष हो रहा है, जहां पूरा वैश्विक ऊर्जा समुदाय वैश्विक हरित संक्रांति की तरफ कदम बढ़ाने और एक-दूसरे के साथ सहयोग करने के लिये एकजुट हुआ है। Source: Agency



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