रायपुर: डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर के सर्जरी विभाग द्वारा एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जरी पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। अम्बेडकर अस्पताल के आयुष्मान एंडोसर्जरी यूनिट में वर्कशॉप के दौरान मुम्बई के डॉ. समीर रेगे द्वारा आठ लाइव लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई। इसमें इनगुइनल हर्निया (पेट के निचले हिस्से का हर्निया), वेंट्रल हर्निया, रेक्टल प्रोलेप्स, कोलेलिथियेसिस (पित्ताशय की पथरी), हाइपरस्प्लेनिज्म तथा अम्बिलिकल हर्निया जैसी बीमारियों की एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक विधि से सर्जरी की गई। सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. मंजू सिंह ने बताया कि लेप्रोस्कोपी को की-होल सर्जरी या न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है। यह ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें सर्जन द्वारा त्वचा में बड़े चीरे लगाये बिना पेट (एब्डोमन) और श्रोणि (पेल्विस) के अंदर तक पहुंचकर सर्जरी की जाती है। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बाद मरीज को अधिक दिनों तक अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ती। वर्तमान में डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक वर्कशॉप में सर्जरी विभाग के डॉक्टर संदीप चंद्राकर, डॉ. सरिता दास, डॉ. एस. एन. गोले, डॉ. राजेन्द्र रात्रे, महासमुंद मेडिकल कॉलेज के डॉ. संतोष सोनकर, डॉ. नरेंद्र नरसिंह, डीकेएस हॉस्पिटल के डॉ. आशीष गोयंका, रिम्स से डॉ. मयंक देवांगन व डॉ. वैभव जैन, बालाजी मेडिकल कॉलेज से डॉ. विनोद सिंह तथा विभाग के पीजी डॉक्टर शामिल हुए।
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