लखनऊ/ संवाददाता - संतोष उपाध्याय लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में रियल एस्टेट सेक्टर में कोविड के बाद फिर से करवट बदली है। और इस बार सम्पत्ति की खरीद-परोख्त में जरुतमंद लोगों ने निवेशकों को दूसरे पायदान पर खिसका दिया है। जिस हिसाब से सम्पति के ग्राहकों का मनोभाव बदल रहा है। उसी हिसाब से रियल स्टेट कंपनियों का तौर-तरीक भी बदल रहा है। अब न लुभावने वादे काम कर रहे हैं और ना ही सिर्फ वादो में कब्जे देने की प्रक्रिया।
ग्रहक महामारी के बाद ज्यादा समझदारी से कदम उठा रहे है। और कम पैसे में अपनी जमीन पर तुरंत कब्जा, रजिस्ट्री और अन्य सुविधाएं भी चाहता है पिछले करीब चार सालों से मार्केट में अपना अस्तित्व बनाए हुए मेराडोर इंफ्रा कंपनी ने इस बात को समझा और यह पाया कि जहाँ कहीं भी लग्जरी निर्माण है जैसे वाटर पार्क या बड़े रिसोर्ट वहाँ पर रिहायशी जमीनों के दाम भी बढ़ जाते है और इस मुद्दे पर छ: महीने मार्केट सर्वे के बाद कंपनी में नगराम रोड लखनऊ पर रिहायशी कालोनी जिसका नाम "एमडी ग्रीन सिटी है साथ ही एमडी वाटर वर्ड नाम के वाटर पार्क बनाने की योजना के बारे मे दिन रविवार को सुशांत सिटी में स्थित होटल में जानकारी दी।
कंपनी के सेमिनार के साथ साथ प्रेस वार्ता के दौरान कंपनी के सीएमडी अजीत सिंह ने बताया कि मेराडोर इफ्रा कम्पनी का पूरा फोकस कम आय वर्ग के लोगों के लिए भी ध्यान मे रखते हुए कालोनी विकसित की जा रही है। कम आय वर्ग के लोगों के लिए भी अच्छी से अच्छी सुविधाओं वाली कॉलनी विकसित की जाए जहाँ पर वाटर पार्क जैसी सुविधाएं एवं आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद रहेगी। सेमीनार के दौरान कंपनी जीएम अजय चौहान और एजीएम विजय कुमार के साथ साथ ग्राहक एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर गणेश स्तुति के साथ किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को सम्मानित किया गया।© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva