रायपुर: कोलंबिया कॉलेज रायपुर द्वारा “अंडरस्टैंडिंग जेंडर सेन्सिटिज़ेशन: ए स्टेप टुवर्ड्स बिल्डिंग एन इंक्लूसिव सोसाइटी” विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया गया। इस वेबिनार का उद्देश्य शिक्षा और समाज में लैंगिक संवेदनशीलता के महत्व को रेखांकित करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार दुबे के स्वागत उद्बोधन से हुआ। इसके पश्चात् जन प्रगति शिक्षा समिति के सचिव हरजीत सिंह हुरा ने अपने विचार रखे। वेबिनार में तीन सत्र आयोजित किए गए। पहले सत्र में डॉ. प्रिया राव, सहायक प्राध्यापक, स्कूल ऑफ स्टडीज़ इन लॉ, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर ने भारत में जेंडर सेंसिटाइजेशन से संबंधित कानूनी प्रावधानों पर व्याख्यान दिया। दूसरे सत्र में डॉ. शिशिरकना भट्टाचार्य, सहायक प्राध्यापक, डायट अछोटी, दुर्ग ने समानता और दृष्टिकोण में बदलाव की चुनौतियाँ विषय पर अपने विचार रखे। तीसरे सत्र में डॉ. कल्पना मस्की, सहायक प्राध्यापक, भौतिकी विभाग, रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन, भोपाल नेजेंडर सेंसिटिव पेडागॉजी: शिक्षकों और शिक्षाविदों के लिए दृष्टिकोणपर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
प्रत्येक सत्र के बाद प्रतिभागियों और विशेषज्ञों के बीच संवादात्मक चर्चा हुई। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसे डॉ. आभा दुबे और डॉ. नीलम अरोड़ा ने प्रस्तुत किया।
इस राष्ट्रीय वेबिनार में देशभर से शिक्षकों, विद्यार्थियों और शिक्षाविदों ने सक्रिय भागीदारी की, जिसने शिक्षा और समाज में जागरूकता एवं समावेशिता को बढ़ावा देने के प्रति कोलंबिया कॉलेज की प्रतिबद्धता को और सशक्त किया।
© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva