रायपुर Raipur: कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर एक NAAC से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है जिसका ग्रेड B+ है और NIRF रैंकिंग 2022 में देश के शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों में स्थान दिया गया है, एक बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित और छात्र केंद्रित विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया गया है जिसका उद्देश्य सीखने का समर्थन करना है जो मानव ज्ञान को आगे बढ़ाएगा। भविष्य के नेताओं को विकसित और शिक्षित करने के लिए और अनुसंधान जो राज्य, देश और वैश्विक समुदाय की सबसे अधिक दबाव वाली समस्याओं से निपटता है।
नवा रायपुर के स्मार्ट सिटी में स्थित, इस विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने लिए एक विशेष स्थान बनाना शुरू कर दिया है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षितिज पर एक चमकते सितारे के रूप में उभर रहा है। यह तेजी से मध्य भारत में उच्च शिक्षा के उत्कृष्टता केंद्र के रूप में उभर रहा है।
2013 में स्थापित, यह विश्वविद्यालय इतने कम समय में 8000 से अधिक छात्रों का विश्वास जीतने में सक्षम रहा है। देश भर के मेधावी छात्रों और 22+ विदेशी देशों के 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय छात्रों ने अपनी शिक्षा और करियर के लिए इस विश्वविद्यालय को चुना है।
विश्वविद्यालय कला और मानविकी, वाणिज्य और प्रबंधन, शिक्षा, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, पत्रकारिता और जनसंचार, कानून, फार्मेसी, विज्ञान और डिजाइन के विषयों में शिक्षा प्रदान करता है। विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक गतिविधियों के लिए बल्कि रहने के लिए सर्वोत्तम सुविधाओं के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा होने पर गर्व करता है।
कलिंगा विश्वविद्यालय के फिल्म निर्माण विभाग ने हाल ही में निरा एडुकॉम के सहयोग से फिल्म निर्माण पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यशाला की शुरुआत देवी सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ संदीप गांधी ने स्वागत भाषण दिया। मुख्य वक्ता अंकित शुक्ला, लेखक एवं संपादक और समर्थ लहरी, लेखक एवं निर्देशक थे इन्होनें बॉलीवुड की अनेक फिल्मों एवं टेलीविज़न सीरियल का निर्माण एवं निर्देशन किया है । उन्होंने छात्रों को फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। स्क्रिप्ट, आइडिया, प्री-प्रोडक्शन, प्रोडक्शन, शूटिंग, पोस्ट-प्रोडक्शन और अन्य महत्वपूर्ण तत्वों पर चर्चा की गई। आयोजन के पहले दिन छात्रों को फिल्म निर्माण की तकनीक की जानकारी हुई।
जबकि दूसरे दिन उन्होंने फिल्म निर्माण के व्यावहारिक पहलुओं को सीखा। छात्रों के समक्ष फिल्म निर्माण की प्रक्रिया का लाइव प्रदर्शन किया गया। छात्रों ने अभिनय, निर्देशन और पटकथा लेखन की तकनीक सीखी। कार्यशाला के अंत में छात्र फिल्म निर्माण की तकनीक सीखकर खुश थे।
निरा एडुकॉम के निदेशक नीतेश झा, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. जैस्मीन जोशी ने भी छात्रों को संबोधित किया तथा पत्रकारिता और जनसंचार की सहायक प्रोफेसर सुश्री श्रेया द्विवेदी ने समारोह का संचालन किया ।
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