लखनऊ संवाददाता-संतोष उपाध्याय
लखनऊ LUCKNOW: भारत में बच्चों की गुणवत्तापरक शिक्षा की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान समय में पूरी दुनिया भारत के युवाओं की बुद्धिमत्ता, क्षमता, कौशल का लोहा मान रही है। अमेरिका में 38 प्रतिशत डॉक्टर, नासा में 36 प्रतिशत से अधिक वैज्ञानिक, माइक्रोसॉफ्ट में 34 प्रतिशत और आईबीएम में 28 प्रतिशत भारतीय हैं। भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा एजुकेशन नेटवर्क है, देश में 1 हजार से अधिक यूनिवर्सिटी हैं जिसमें 4 करोड़ से अधिक बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। ये बातें भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा कही गईं, मौका था लखनऊ पब्लिक स्कूल के संस्थापक सीपी सिंह की 17वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम का। सेक्टर आई स्थित स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. राजेश्वर सिंह ने पुष्पार्पित कर सीपी सिंह को श्रद्धांजलि दी एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। यह बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में सीपी सिंह द्वारा दिए गए योगदानों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ पब्लिक स्कूल सीपी सिंह का विजन लर्निंग, प्रोग्रेस व सक्सेस के अनुरूप शिक्षा प्रदान कर रहा है, 35 वर्षों में 36,000 बच्चे इस स्कूल से निकलकर विदेशों में देश का परचम लहरा रहे हैं, वर्तमान में स्कूल की 10 ब्रांचों में 17,000 बच्चे एजुकेशन ग्रहण कर रहे हैं जो की शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान है। डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने सुवचनों से बच्चों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित सभी बच्चों के चेहरे की चमक व उत्साह बता रहा है कि देश का भविष्य उज्ज्वल है। भारत विश्व का एक युवा देश है, भारत में 70 करोड़ लोग 35 वर्ष से कम उम्र के हैं, 60 प्रतिशत युवा है। युवा देश का भविष्य हैं। अर्थव्यवस्था के मामले में आज भारत पांचवें स्थान पर है, आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भविष्य की चुनौतियों के बारे में सरोजनीनगर विधायक ने बताया कि प्रतियोगिताएं लगातार बढ़ रही है, यूपीएससी में 15 लाख अभ्यर्थी हिस्सा लेते हैं लेकिन मात्र 1 हजार ही सफल हो पाते हैं, इसी तरह पीसीएस में भी 7-8 लाख बच्चे बैठते हैं 200 से 250 अभ्यर्थी ही सफल होते है। ऐसे में यह अभिभावकों, शिक्षकों तथा हम सभी का दायित्व है कि भावी पीढ़ी को आने वाली चुनौतियों के लिए अभी से तैयार करें।
डिजिटल साक्षरता पर जोर देते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स का है, अमेरिका के रे कुर्ज़वील ने भविष्यवाणी की है कि कंप्यूटर 2029 तक मानव बुद्धि के स्तर को प्राप्त कर लेंगे। 2045 में कंबाइन ह्यूमन इंटेलिजेंस से ज्यादा ये सुपर कंप्यूटर इंटेलीजेंट होंगे, ऐसे में बच्चों को डिजिटली साक्षर होना अत्यंत आवश्यक है ताकि ये वैश्विक प्रतियोगिताओं के लिए तैयार हो सकें।पर्यावरण संरक्षण के प्रति सचेत करते हुए सरोजनीनगर विधायक ने कहा कि विश्व में 90 लाख मौतें प्रदूषण के कारण होती है और भारत में यह संख्या 25 लाख है। यह हमारा कर्तव्य है कि बच्चों को बढ़ते प्रदूषण, तापमान में वृद्धि, प्लास्टिक यूज के प्रति बच्चों को जागरूक करें और उन्हें पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित करें। शारीरिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति ही देश की अमूल्य संपत्ति है, ऐसा कहते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने बच्चों को व्यायाम व खेलकूद में भी अधिक से अधिक भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने बताया कि भारत में लगातार लाइफस्टाइल बीमारियां बढ़ रही है, भारत में 10 करोड़ से ज्यादा डायबिटीज के मरीज हैं, देश को डायबिटीज कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड कहा जाने लगा है। जीवन में व्यायाम व खेलकूद के महत्व को समझाते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि फिजिकल एक्टिविटी से व्यक्ति फिट, हेल्दी और मेंटली अलर्ट रहता है। उन्होंने बताया कि सरोजनीनगर में निरंतर खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर 'सरोजनीनगर स्पोर्ट्स लीग' का आयोजन किया जा रहा है, प्रथम चरण में अंडर 19 बॉस्केटबॉल टूर्नामेंट, द्वितीय चरण में क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ और अब तीसरे चरण में फुटबॉल चैंपियनशिप कराई जा रही है।
कार्यक्रम में लखनऊ पब्लिक स्कूल की निदेशक रश्मि पाठक, प्रबंधक लोकेश सिंह, सेक्टर-आई प्रबंधक सुरभि शर्मा, भाजपा नेता शिव शंकर सिंह समेत सैकड़ों अभिभावक, शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।
© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva