लखनऊ संवाददाता-संतोष उपाध्याय
प्रयागराज Prayagraj: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को संगम सभागार प्रयागराज में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने स्मार्ट सिटी व महाकुम्भ-2025 के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए पूर्व में हुई दुर्घटनाओं से सबक लेते हुए रेलवे व प्रशासन के अधिकारियों को बेहतर समन्वय बनाकर कार्य कराये जाने के निर्देश दिए जिससे कि ऐसी किसी दुर्घटना की कोई सम्भावना न हो। उन्होंने जनपद में ओवरब्रिजों व पुलों के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि पुलों व ओवरब्रिजों का निर्माण गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समयसीमा में पूरा करायें। उन्होंने गुणवत्ता की जांच के लिए एक अलग तकनीकी टीम का गठन करने के लिए कहा है। रिंग रोड़ के निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रिंग रोड़ के निर्माण कार्य को महाकुम्भ के दृष्टिगत शीर्ष प्राथमिकता पर पूरा करायें, साथ ही रिंग रोड़ के आस-पास के क्षेत्र को किस प्रकार विकसित किया जा सकता है, इसके लिए भी अभी से भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्लान बनाये जाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया । उपमुख्यमंत्री ने जनपद में चल रहे सड़को के चौड़ीकरण के कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि जहां पर भी चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है, उस रोड़ को बराबर से चौड़ा किया जाये, कहीं पर भी सड़क कम या ज्यादा न दिखे। उन्होंने जसरा बाईपास के निर्माण कार्य में अनावश्यक देरी पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सम्बंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने व रामवनगमन मार्ग के निर्माण कार्य में तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। उपमुख्यमंत्री ने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया है।उपमुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों में अनियमितता की शिकायतें प्राप्त होने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह सुनिश्चित हो कि पाईप बिछाते समय निर्धारित मानक का पूर्णतः पालन सुनिश्चित करें तथा जहां पर भी गड़बडी प्राप्त होती है, तो सम्बंधित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी जाये। उन्होंने कहा कि जहां पर पाईप लाइन बिछाने के लिए गड्ढ़े खोदे गये है, कार्य के बाद अविलम्ब उस सड़क को पहले जैसा बना दिया जाये। उपमुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कराये गये कार्यों का भौतिक सत्यापन भी कराये जाने के लिए कहा है। उपमुख्यमंत्री ने गांवों में जन उपयोगी स्थानों पर ओवर हेड टैंक न बनाये जाने के लिए कहा है।
बिजली विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने बिजली विभाग से सम्बंधित लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने लो-वोल्टेज, ट्रांसफार्मर बदलने में देरी, गलत बिल की शिकायत पर व्यवस्था में अविलम्ब सुधार लाने के लिए कहा है। उन्होंने नगर निगम के विस्तारित क्षेत्र में शहर के लिए निर्धारित रोस्टर के अनुसार बिजली उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मण्डलायुक्त को विद्युत विभाग से सम्बंधित लगातार आ रही शिकायतों की अलग से समीक्षा करने के निर्देश दिए।
जनपद के राजस्व कार्यों की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि चक मार्ग, अमृत सरोवरों, तालाबों, नाले पर एक इंच भी अवैध कब्जा न होने पाये। उन्होंने अधिकारियों को घरौनी बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है, जिससे कि ग्रामों में भूमि से सम्बंधित विवाद न हो। सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बेलन नहर में पानी न होने की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि धान का कटोरा कहे जाने वाले इस क्षेत्र में इसी नहर से सिंचाई की जाती है, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि बेलन नहर में पर्याप्त पानी है, आगे सिंचाई की कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी। गंगा नदी के किनारे-किनारे नागवासुकी से बनने वाले रिवर फ्रंट को द्रौपदी घाट तक बनाये जाने के लिए कहा है। उन्होंने इस कार्य को निर्धारित समय के अन्तर्गत सुंदरता के साथ पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। इसी प्रकार यमुना के किनारे भी रिवर फ्रंट बनाये जाने के लिए अधिकारियों से कहा है।
उपमुख्यमंत्री ने फाफामऊ व छतनाग में बन रहे विद्युत शवदाह गृह की क्षमता को बढ़ाये जाने के लिए कहा है, साथ ही श्रृंगवेरपुर में भी विद्युत शवदाह गृह बनाये जाने के लिए सम्बंधित विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया है। दारांगज अंत्येष्टि स्थल में सुविधाओं को किस प्रकार और बढ़ाया जा सकता है, इसका अध्ययन कर प्रस्ताव उपलब्ध कराने के लिए कहा है। उपमुख्यमंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारी से शहर में डेंगू की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित रहें। डेंगू व अन्य बीमारियों से बचाव कार्यों में तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने गौ-आश्रय स्थल के आस-पास गोचर भूमि कितनी है, की जानकारी ली। कहा कि सभी में नेपियर घास लगवायें, जिससे कि गौवंशों के लिए हरे चारे की कमी न हो। कहा कि अधिकारी यह ध्यान रखें, कि किसानों की फसलों को छुट्टा जानवरों से नुकसान न पहुंचे। उन्होंने सभी छुट्टा जानवरों को गो-आश्रय स्थलों में रखे जाने के लिए कहा है। उन्होंने ग्रामीणों को जानवरों को छुट्टा न छोड़ने तथा उन्हें गौ-शालाओं तक पहुंचाये जाने के लिए प्रेरित किए जाने के लिए कहा है।
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