रायपुर Raipur, Chhattisgarh: स्कूल ऑफ साइंसेज, मैट्स यूनिवर्सिटी रायपुर द्वारा सात दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। 22 जनवरी 2024 से 29 जनवरी 2024 तक सिद्धाचलम प्रयोगशालाओं, रायपुर के सहयोग से स्कूल ऑफ साइंसेज, मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा "विज्ञान में प्रयुक्त उपकरण और तकनीक" पर 7 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
कार्यशाला का उद्देश्य विश्लेषण और बेंचमार्किंग तकनीकों के लिए एक सहज दृष्टिकोण बनाना है। कार्यशाला की शुरुआत उद्घाटन समारोह से हुई जहां मुख्य अतिथि डॉ. भावना जैन निदेशक सिद्धाचलम प्रयोगशाला रायपुर थी।
मैट्स यूनिवर्सिटी के चांसलर गजराज पगारिया ने कार्यशाला के सफल आयोजन पर विभाग को बधाई दी। महानिदेशक प्रियेश पगारिया ने छात्रों के लाभ के लिए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों का आश्वासन दिया।
प्रारंभिक टिप्पणी कार्यशाला के संयोजक डॉ. आशीष सराफ, प्रोफेसर और प्रमुख, स्कूल ऑफ साइंसेज, मैट्स यूनिवर्सिटी, रायपुर द्वारा दी गई। सह-संयोजक डॉ. प्रशांत मुंडेजा ने कार्यशाला के सत्रों की जानकारी देते हुए छात्रों से बातचीत की। कुलपति डॉ. के. पी. यादव ने छात्रों को विज्ञान में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने के लिए अपने ज्ञानवर्धक शब्दों से छात्रों को संबोधित किया। रजिस्ट्रार गोकुलानंद पांडा ने इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने के दौरान एक छात्र के रूप में अपने पिछले समय के अनुभव को साझा किया। डॉ. भावना जैन ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया और स्टार्टअप के लिए आह्वान किया।
पूरी कार्यशाला में विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. विश्वप्रकाश रॉय ने की, जिसमें नियमित व्यावहारिक सत्रों में आवश्यक विभिन्न उपकरणों के बारे में एक सामान्य विचार शामिल था। कार्यशाला में 50 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
कार्यशाला का संचालन डॉ. जीतेन्द्र कुमार एवं डॉ. सौनक सरकार ने किया। कार्यक्रम की एंकरिंग डॉ. मेघना श्रीवास्तव ने की। विभाग के अन्य संकाय, डॉ. संध्यारानी पांडा, डॉ. राधाकृष्णन, डॉ. भाग्यश्री देशपांडे,डॉ. मनोज कुमार बंजारे, डॉ. बिंदुश्री बघेल, डॉ. जसमीत कौर सोहल, डॉ. सुनील कश्यप, डॉ. प्रीतिका चटर्जी, डॉ. जागृति चंद्राकर और डॉ. स्नेहलता दास भी उपस्थित थे।
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