रायपुर RAIPUR,CG: प्रति वर्ष अप्रैल महीने को 'हेड एवं नेक कैंसर माह' के रूप में मनाया जाता है। इस महीने का उद्देश्य हेड एवं नेक में होने वाले कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और सही इलाज के लिए काम करना है। कैंसर मौत का एक बड़ा कारण है। इस महीने का महत्व यह भी है कि हम सही समय पर हेड और नेक कैंसर का पता लगा सके और सही समय पर उपचार करवा सकेएवं इस बारे में जागरूकता बढ़ाएं।
ऐसा ही एक दुर्ग ज़िले के रहने वाले 45 साल के रोगी (Patient) मुख कैंसर की दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे थे। रोगी (Patient) की बीमारी कुछ महीने पहले शुरू हुई, जिसमें उन्हें अपने मुँह को खोलने में मुश्किल होती थी और कमजोरी महसूस हो रही थी। इसके बाद उन्हे एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर लाया गया जहा डॉ यश चड्ढा (हेड एवं नेक, ओरल ऑन्कोलॉजी सर्जन) ने जांच में पाया की उनके बायें गालके अंदर कैंसर है।
इसके बाद डॉ. यश चड्ढा ने रोगी (Patient) का हौसला बढ़ाया और उनका इलाज शुरू किया। चेलाराम जी को ठीक करने के लिए उनका ऑपरेशन किया गया, जिसमें उनकी बाएं गाल की परत और गर्दन के लिम्फ नोड्स हटाया गया।
अस्पताल में छह दिन रहने के बाद, उनकी फाइनल बायोप्सी के परिणाम में स्टेज फोर कैंसर का पता लगा। इसके बाद उन्हें रेडिएशन थेरेपी दी गई। साथ ही, डॉक्टर ने उनकी छाती से त्वचा ली और उनके चेहरे को फिर से पहले जैसा किया।
रोगी (Patient) अब पूरी तरह से कैंसर से ठीक हो चुके हैं। उन्हें एक नया जीवन मिला है, और वे डॉ. यश चड्ढा एवं एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल का बहुत आभार मानते है। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और नियमित जाँच के लिए एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर आते हैं।
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