रायपुर RAIPUR,CG: इंडियन फार्मेसी ग्रेजुएट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ द्वारा मैनकाइंड फार्मा की नीओ डिवीज़न के सहयोग से संस्थान परिसर में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पी सी ओ) पर कार्यशाला का आयोजन किया।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मनिका अग्रवाल ने की, उन्होंने अपने सम्बोधन में महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के प्रमुख तथ्यों को विस्तार से बताया, उनके अनुसार एक सामान्य हार्मोनल स्थिति है जो सामान्यतः महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है जो की प्रायः किशोरावस्था के दौरान शुरू होता है लेकिन समय के साथ लक्षणों में कमी भी आती है, अनियमित मासिक धर्म, ओवेल्युएशन की कमी के साथ गर्भ धारण करना एक समस्या बन सकती है अर्थात यह बाँझपन का एक कारण भी बन सकता है
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के लक्षण हरेक स्त्री में अलग अलग हो सकते हैं जिसके संभावित लक्षणों में भरी लम्बी रुक रुक कर अप्रत्याशित या अनुपस्थित अवधि, मुहांसे या तेलीय त्वचा।
डॉ मनिका के अनुसार पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का कोई इलाज नहीं है लेकिन उपचार से लक्षणों में सुधार हो सकता है, जिसमें जीवनशैली में बदलाव मुख्य है, तथा पर्याप्त व्यायाम भी इसमें शामिल है। इस दौरान डॉ मनिका अग्रवाल ने प्रतिभागियों की विभिन्न शंकाओं का भी समाधान किया।
इस अवसर पर संस्थान की ओर से सचिव हरजीत सिंह हुरा, प्रोफेसर डॉ शिव शंकर शुक्ला, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बीना गिडवानी, असिस्टेंट प्रोफेसर एवं इंडियन फार्मेसी ग्रेजुएट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की कोलंबिया इकाई की प्रवक्ता डॉ. नेहा दुबे एवं सभी संकायों की महिला प्राध्यापक तथा फीमेल स्टूडेंट्स के अलावा मैनकाइंड फार्मा नियो डिवीज़न के एरिया सेल्स मैनेजर हरेंद्र पाढ़ी, जगमोहन साहू, धीरेन्द्र कर, राकेश तिवारी एवं रामपाल साहू भी उपस्थित थे।
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