रायपुर RAIPUR,CG: कोलंबिया कॉलेज रायपुर ने “थिंकिंग टुवर्ड्स वाटर विजडम: पॉसिबिलिटीज एंड चैलेंजेज” पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार में प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता डॉ. विपिन दुबे, हाइड्रोजियोसाइंटिस्ट, रेनवाटर हार्वेस्टिंग कंसल्टेंट और जल संरक्षण विशेषज्ञ, रायपुर (छत्तीसगढ़) तथा द्वितीय सत्र की मुख्य वक्ता डॉ. दीप्ति आचार्य, सहायक प्रोफेसर, महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी, बड़ौदा, गुजरात रहीं। इस वेबिनार में हरजीत सिंह हुरा, सचिव, जन प्रगति एजुकेशन सोसाइटी, डॉ. अरुण कुमार दुबे, प्राचार्य कोलंबिया कॉलेज, डॉ. आभा दुबे, उप-प्राचार्य, कोलंबिया कॉलेज उपस्थित थे।
इस राष्ट्रीय वेबिनार में भारत भर से 666 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. अरुण कुमार दुबे ने सभी का स्वागत किया और कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया। हरजीत सिंह हुरा ने सभी प्रतिभागियों से अपने दैनिक जीवन में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए अपनी आदतों में परिवर्तन लाने का आग्रह किया।
प्रथम सत्र में डॉ. विपिन दुबे ने जल संचयन के लिए 5-R अवधारणा (री–यूज, रेड्यूज़, रीसायकल वेस्ट वाटर, रिचार्ज ग्राउंड वाटर, रेस्पेक्ट वाटर) पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए भारत की प्राचीन विधियों जैसे कुएं और तालाब आदि का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने जल को बचाने और वर्षा जल संचयन के माध्यम से शुद्ध जल को संरक्षित करने पर जोर दिया और भूजलस्तर की कमी के कारणों को समझाया तथा इसे बढ़ाने के उपाय बताया।
द्वितीय सत्र में हमारी मुख्य वक्ता डॉ. दीप्ति आचार्य ने जल संरक्षण में राजनीतिक पहलुओं को समझाया और इस पर प्रकाश डाला कि हमें सरकार की नीतियों को क्यों समझना चाहिए और हम जमीनी स्तर पर नीतियों को लागू करने में कितने सफल हुए हैं। उन्होंने जल संरक्षण के लिए सरकारी नीतियों की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन उप-प्राचार्य डॉ. आभा दुबे ने दिया। इस अत्यंत महत्वपूर्ण राष्ट्रीय वेबिनार से सभी प्रतिभागियों को निश्चित रूप से लाभ हुआ।
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