भोपाल: रवींद्र भवन सभागम में आयोजित भारतीय मजदूर संघ के स्थापना दिवस एवं संगठन के 70 वें वर्ष में प्रवेश के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल हुए। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाहक श्री दत्तात्रेय होसबोले विशेष रूप से उपस्थित थे। समारोह में भारतीय मजदूर संघ की स्मारिका का विमोचन मुख्यमंत्री डॉ. यादव, श्री होसबोले, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल एवं अन्य अतिथियों ने किया।
श्री होसबोले ने कहा कि मजदूरों के हितों के लिये किये गये कार्यों के लिये भारतीय मजदूर संघ का विश्व स्तर पर उल्लेखनीय योगदान रहा है। भारतीय मजदूर संघ की पहचान, त्याग, तपस्या और बलिदान है। भारतीय मजदूर संघ के 70 वर्ष इसका अनुपम उदाहरण है, भारतीय मजदूर संघ के स्थापना दिवस पर हम सभी को राष्ट्र और समाज के प्रति प्रतिबद्ध होकर दायित्वों और अपनी भूमिका से राष्ट्र उत्थान के कार्यों का संकल्प करना है। संगठन की मान्यता के अनुसार सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है। हम सभी संकल्पित है कि भारत के वैभव में वृद्धि और राष्ट्र हित के लिए समर्पित रहेंगे। भारतीय मजदूर संघ एक वैचारिक अनुष्ठान है।
श्री होसबोले ने कहा कि विकास के मॉडल पर भी हमें विचार करना है। कृषि और कारखाने दोनों हमें चाहिए। नई पीढ़ी को ऐसे संस्कार मिलें नई पीढ़ी को श्रद्धा, स्नेह और सामंजस्य का महत्व समझ कर कार्य करने के लिये संस्कारित करें। जीवन में विज्ञान और अर्थ से बढ़कर वे जीवन संस्कार हैं जो अनुभवी लोगों के अनुभव से प्राप्त किए जा सकते हैं। बुद्धि, वाणी, चित और मन से बनी मनुष्य रूपी श्रेष्ठ कलाकृति का प्रकृति से भी सामंजस्य रहे, यह आवश्यक है।
समारोह में भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्यमय पांड्या ने कहा कि 23 जुलाई 1955 को संघ की स्थापना भोपाल में हुई थी। इसके संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी थे। आज संगठन ने श्रमिक कल्याण के क्षेत्र में विशेष स्थान बनाया है। कार्यक्रम में स्व. ठेंगड़ी के साथ ही लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और शहीद चंद्रशेखर आजाद का उनकी जयंती पर स्मरण किया गया। स्वागत भाषण संजय सिंह ने दिया। राष्ट्रगीत वंदे मातरम के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
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