नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान भारत के विकास को आकार देने और वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से भविष्य के लक्ष्यों की एक श्रृंखला की चर्चा की।
सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री कहा कि, “एक समय था जब हम मोबाइल फोन का आयात करते थे लेकिन आज हमने देश में एक इको-सिस्टम का निर्माण किया है और भारत एक बड़े स्तर पर विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरकर आया है”। उन्होंने कहा कि अब हमने मोबाइल फोन का निर्यात भी शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर, आधुनिक प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमता हमारे भविष्य से अभिन्न रूप से जुड़े हुए हैं और हमने भारतीय सेमीकंडक्टर मिशन पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इस संबंध में, नरेन्द्र मोदी ने आह्वान किया कि हर उपकरण में 'मेड इन इंडिया' चिप क्यों नहीं हो सकती? उन्होंने कहा कि हमारे देश में इस सपने को साकार करने की पूर्ण क्षमता है और इसलिए उत्पादन और सेमीकंडक्टर से संबंधित कार्य भारत में ही सम्पन्न होंगे। भारत के पास विश्व को संपूर्ण समाधान प्रदान करने की प्रतिभा और साधन हैं।
Source: PIB
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