Home >> State >> Chhattisgarh

Bharatiya digital news
16 August 2024   bharatiya digital news Admin Desk



फूड इंडस्ट्री के उद्योगपतियों से रूबरू हुए फूड टेक्नोलॉजी के विद्यार्थी

रायपुर: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत संचालित खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में नई शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत बी.टेक फूड टेक्नालॉजी के विद्यार्थियों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं तथा संभावनाओं से रूबरू कराने के लिए प्रथम इंडस्ट्री एकेडेमिया आयोजित की गई। इसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योगों जैसे इन्डस मेगा फूड पार्क, गोयल फूड्स, आकृति सुपर स्नेक्स, मनोरमा इंडस्ट्री लिमिटेड, केपस आईसक्रीम, सी जी सोया फूड्स, देवकान फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, अजय फूड्स, रामांजली आर्गेनिक्स, अमूल, साई सदन फूड प्रोसेसिंग, क्रिस्पस क्राप डिलाईट्स प्राइवेट लिमिटेड, बोंजेलो आदि के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस एकेडेमिया में विभिन्न विषयों जैसे बायोकेमेस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, फूड टेक्नॉलाजी, फूड इंजीनियरिंग, डेयरी इंजीनियरिंग, माइक्रो बायोलाजी, कृषि व्यवसाय प्रबंधन, इंजीनियरिंग केमेस्ट्री, इलेक्ट्रिल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस आदि के विशेषज्ञ शामिल हुए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने अपने उद्बोधन में उद्योगों को शिक्षा संस्थानों से जोड़कर कुशल मानव संसाधन तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने उद्योगों से फूड टेक्नालॉजी के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन को ध्यान में रखकर नए शोध करने की वकालत की। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने की बात कही जिससे कच्चा माल स्थानीय स्तर पर प्राप्त किया जा सके। उन्होंने फूड इन्डस्ट्री में नए मिलेट बेस्ड उत्पादों के निर्माण पर जोर दिया। उल्लेखनीय है कि खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय ने सन 2024-25 से नई शिक्षा नीति के अनुरूप भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की छठवीं डीन्स समिति की रिपोर्ट के आधार पर बी.टेक फूड टेक्नोलाजी के नये सिलेबस के अनुरूप पाठ्यक्रम में परिवर्तन किये हैं जिनमें फूड इंडस्ट्रीज के सहयोग से स्कील डेवलपमेंट कार्यक्रम, फूड इंडस्ट्रीज में एक समेस्टर इंन्टर्नशिप तथा फूड इंडस्ट्रीज के सहयोग से आवश्यक इंडस्ट्री रेडी मानव संसाधन तैयार करना शामिल है। फूड टेक के चार वर्षीय पाठ्यक्रम पर चर्चा के दौरान इंडस्ट्री विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि विद्यार्थियों को आधारभूत तकनीकी ज्ञान देते हुए सॉफ्ट स्किल में प्रशिक्षित किया जाये। प्रायोगिक विषयों में ज्यादा ध्यान देकर विद्यार्थियों को इन क्षेत्रों में विकसित करने हेतु संस्थान को सलाह दी गई।

इंडस्ट्रीज में इन्टर्नशीप विषय पर पेनल डिस्कसन में यह बात कही गई कि उद्योग संस्थानों ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को पूर्व के वर्षों के अनुरूप इन्टर्न के रूप में लेने हेतु सहमति देते हुए अपेक्षा की कि संस्थान इन्टर्नशीप में संलग्न करने के पूर्व विद्यार्थियों को इंडस्ट्रीज की आधारभूत जानकारी एवं कार्यक्रम पर इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि को आमंत्रित कर एक दिवसीय व्याख्यान आयोजित करें जिससे इंडस्ट्रीज, विद्यार्थी एवं संस्थान एक दिशा में कार्य कर सकें। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए.के. दवे ने महाविद्यालय की प्रयोगशालाओं, परियोजनाओं, शैक्षणिक गतिविधियों, प्रथम बैच के सभी विद्यार्थियो को रोजगार प्राप्त होने की जानकारी पावरपाइंट के माध्यम से प्रस्तुत की गई तथा महाविद्यालय का भ्रमण कराया गया। उद्योगपतियों को सोया पनीर इकाई और मिलेट प्रोसेसिंग इकाई का अवलोकन कराया गया। सभी अतिथियों ने महाविद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की।

कार्यक्रम में कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विनय पाण्डेय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा, आई.जी.के.वी. राबी मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. हुलास पाठक खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं वैज्ञानिक उपस्थित थे।



Advertisement
bharatiya digital news
Photo Gallery

Related Post

Advertisement

Advertisement

Trending News

Important Links

© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva