16 September 2024   Admin Desk



एडवांस्ड स्टेज कैंसर में मरीज़ों के लिए वरदान है पैन एवं पैलियेटिव केयर: डॉ. अविनाश तिवारी

रायपुर RAIPUR,CG,INDIA: पेन अवेयरनेस मंथ के अवसर पर संजीवनी कैंसर अस्पताल रायपुर में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मार्गदर्शन अस्पताल के निदेशक, वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. यूसुफ मेमन ने किया। डॉ. मेमन ने कैंसर मरीजों के दर्द की गंभीरता पर चर्चा की और दर्द प्रबंधन और पैलियेटिव केयर के महत्व के बारे में चर्चा की।

डॉ. अविनाश तिवारी, जो पेन, पैलियेटिव मेडिसिन और सपोर्टिव ऑन्कोलॉजी लीड कंसल्टेंट हैं, ने बताया कि यह टीम राज्य में पहली बार दीर्घकालिक दर्द (लॉन्ग टर्म पेन) को एक हॉलिस्टिक दृष्टिकोण से मैनेज करती है। उन्होंने बताया कि वे दर्द को केवल शारीरिक लक्षण के रूप में नहीं देखते, बल्कि इसे एक पूर्ण अनुभव मानते हैं जो व्यक्ति के शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और अस्तित्वगत पहलुओं को प्रभावित करता है।

वरिष्ठ पेन फिजिशियन डॉ. हितेन मिस्त्री ने दीर्घकालिक पेन मैनेजमेंट के लिए उपयोग की जानेवाली नवीनतम नर्वब्लॉक तकनीकों के बारे में बताया, जिसमें  X-ray C-Arm और अल्ट्रासाउंड-गाइडेड इंटरवेंशंस शामिल हैं। प्रसिद्ध क्रिटिकल केयर चिकित्सक डॉ. राहुल गोयल ने समझाया कि प्रभावी पेन मैनेजमेंट न केवल जीवन की गुणवत्ता के लिए बल्कि कैंसर उपचार की प्रभावशीलता के लिए भी महत्वपूर्ण है।

वरिष्ठ रिहैबिलिटेशन (पुनर्वास) विशेषज्ञ डॉ. नलनेश शर्मा ने दीर्घकालिक पेन मैनेजमेंट में पुनर्वासात्मक विधियों (रिहैबिलिटेटिव इंटरवेंशंस) के बारे में बताया। एनेस्थेसिया टीम की डॉ. योशिता मूलचंदानी ने ऑपरेशन के बाद पेन मैनेजमेंट और इसके सर्जिकल परिणामों में महत्व पर चर्चा की।

डॉ. तिवारी ने निष्कर्ष में कहा कि संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल में मल्टी डिसिप्लिनरी एप्रोच लॉन्ग टर्म पेन के सभी पहलुओं को संबोधित करता है, जिससे परिणाम बेहतर होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे राज्य के भीतर और बाहर से मरीज प्राप्त कर रहे हैं और समाज से अनुरोध किया कि वे दीर्घकालिक दर्द से पीड़ित व्यक्ति की जीवन गुणवत्ता पर प्रभाव को नज़र अंदाज़ न करें। डॉ तिवारी कहते हैं "दर्द अनिवार्य है, लेकिन दुख वैकल्पिक है"।



Photo Gallery

Advertisement

Important Links

© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva