रायपुर RAIPUR,CG,INDIA: कोलंबिया कॉलेज रायपुर के शिक्षा संकाय "चैलेंजेस एंड ओप्पोरचुनिटीज़ ऑफ़ इंक्लूसिव एजुकेशन" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. निराधर डे और गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर स्थित शिक्षा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मुकेश कुमार चंद्राकर आमंत्रित थे।
डॉ. निराधर डे ने " डाइवर्सिटी एंड इंक्लूसिव एजुकेशन " पर उन्होंने कक्षा में विविधताओं की प्रकृति और प्रकार, समता और समानता को समझने, कक्षा में विविधता को संबोधित करने की रणनीतियाँ, समावेशी शिक्षा की अवधारणा, और समावेशी कक्षा में शिक्षक की भूमिका पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया।
डॉ. मुकेश कुमार चंद्राकर ने " इंक्लूसिव एजुकेशन इंडियन पालिसी पर्सपेक्टिव्स " विषय पर पर अपने सम्बोधन में समावेशी शिक्षा से संबंधित शब्दावली के विकास, कोठारी आयोग (1964-66) से लेकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1968, विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 1995, राष्ट्रीय न्याय अधिनियम 1999, विकलांग व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय नीति 2006, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जैसी महत्वपूर्ण नीतियों और अधिनियमों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर हरजीत सिंह हुरा सचिव जनप्रगति एजुकेशन सोसायटी, डॉ. अरुण कुमार दुबे प्राचार्य और डॉ. आभा दुबे उप-प्राचार्य कोलंबिया कॉलेज भी उपस्थित थे। इस राष्ट्रीय वेबिनार में विभिन्न राज्यों के 200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया।
वेबिनार के आरम्भ में हरजीत सिंह हुरा ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि विविधता और समावेशी शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को मूल्यों की सही शिक्षा देना आवश्यक है, जिससे उनके विकास को सही दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सविता रानी वर्मा ने किया, और सुश्री रेखा यादव एवं सुश्री गोपिका सिन्हा ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में उप-प्राचार्य डॉ. आभा दुबे ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अत्यंत महत्वपूर्ण राष्ट्रीय वेबिनार से सभी प्रतिभागी निश्चित रूप से लाभान्वित हुए।
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