रायपुर: स्पिक मैके के एस आर एफ क्लासिकल सीरीज श्रंखला के अंतर्गत स्पिक मके की छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा विश्विख्यात सितारवादक पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज़ के सितार वादन आयोजन कोलंबिया शिक्षण संस्थान में किया गया।
पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज़ द्वारा राग भीम पलासी पर प्रस्तुति देने के पूर्व उनके द्वारा विद्यार्थियों को यह बतलाया गया की भारतीय संगीत में न केवल सुर एवं राग अपितु ताल का भी अहम् योदान है जो संगीत को एक गहराई प्रदान करता है इसी कारण आज भारतीय संगीत की एक पहचान विश्व भर में हैं।
संगीतमय प्रस्तुति के दौरान हफ़ीज़ अहमद अल्वी के द्वारा तबले पर उस्ताद शाहिद परवेज़ के साथ जुगलबंदी देखते ही बनती थी जिसके कारण दर्शकगण अभिभूत हो गए।
पद्मश्री डॉ किरण शेठ द्वारा शुरू किये गए आंदोलन स्पिक मैके युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति को बढ़ावा देने वाली संस्था है जो भारतीय शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य, लोक संगीत, योग, ध्यान, शिल्प और भारतीय संस्कृति के अन्य पहलुओं को बढ़ावा देकर भारतीय संस्कृति के विरासत के अमूर्त पहलुओं को बढ़ावा देता है।
एस आर एफ क्लासिकल सीरीज श्रंखला के अंतर्गत सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय स्पिक मैके सम्मेलन इस वर्ष आईआईटी हैदराबाद में 26 मई से 01जून को आयोजित होना निर्धारित है।
वे संपूर्ण जानकारी जन मानस से साझा कर लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करेंगे। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इतना भव्य व अद्भुत होता है कि इसमें देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग शामिल होते हैं और भारतीय संस्कृति व कलाओं का आनंद उठाते हैं।
संस्था के सचिव हरजीत सिंह हुरा द्वारा उस्ताद परवेज़ हुसैन एवं कोषाध्यक्ष रविंदर सिंह हुरा द्वारा श्री हफ़ीज़ अहमद अल्वी का स्वागत किया गया। अंत में संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा उस्ताद शाहिद परवेज़ एवं श्री हफ़ीज़ अहमद अल्वी को छत्तीसगढ़ की धरोहर दर्शाता हुआ स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
इस अवसर पर स्पिक मैके की छत्तीसगढ़ इकाई के समन्वयक डॉ अजय श्रीवास्तव, श्रीमती मंजूषा झा, श्रीमती सौम्या रघुवीर एवं कोलंबिया संस्थान की विभिन्न संकायों के प्राचार्यगण तथा शिक्षकगण एवं बढ़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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