भोपाल, CG (INDIA): सिंहासा आईटी पार्क, इंदौर में जल्द ही इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर बनेगा। जीआईएस-2025 में मध्यप्रदेश सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत दृष्टि सीपीएस और एमपी स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपीएसईडीसी) के बीच हुए एमओयू से इसका मार्ग प्रशस्त हुआ है।
आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी ने बताया है कि इंदौर में "सिंहासा आईटी पार्क 10 हजार वर्ग फीट में फैला होगा। यह केंद्र नवाचार, सहयोग और विकास के केंद्र के रूप में काम करेगा। आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन इन्क्यूबेशन सेंटर एंड प्रोटो टाइपिंग लैब की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सुविधा प्रदान करेगा, जिससे स्टार्ट-अप के लिए पेशेवर और कार्यात्मक परिवेश सुनिश्चित होगा। संभावित निवेशकों की पहचान की जाएगी और स्टार्ट-अप के लिए फंडिंग के अवसरों को सुगम बनाया जाएगा।"
लगभग आधी जगह को वर्किंग एरिया, मीटिंग रूम और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाओं के लिए निर्धारित की जाएगी। शेष स्थान स्टार्ट-अप के लिए विशेष प्रयोगशालाएँ बनाने और बाहरी जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित होगा। इन्क्यूबेशन, एक्सेलेरेशन, बूट-कैम्प, हैकाथॉन और अन्य प्रोग्राम से नए और स्थापित स्टार्ट-अप की मदद की जाएगी। इससे इंदौर में स्टार्ट-अप के परिवेश को और अधिक बढ़ावा दिया जाएगा।
अगले 7 वर्षों में इसका लक्ष्य डीप-टेक स्टार्ट-अप्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए उच्च-स्तरीय प्रोटो टाइपिंग और वैलिडेशन लैब की पेशकश करके 100 से अधिक तकनीकी स्टार्ट-अप्स को सहायता प्रदान करना है। उन्हें अपने विचारों को भौतिक समाधानों में बदलने के लिए माध्यम प्रदान करना है। स्टार्ट-अप में निवेश अनुदान, इक्विटी, सीसीडी या इसी तरह के साधनों के माध्यम से किया जाएगा, जिसका प्रबंधन आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन द्वारा समय-समय पर अपनी निवेश प्रक्रियाओं और प्रोग्राम के अनुसार किया जाएगा।
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