रायपुर, CG (INDIA): नंदनवन जंगल सफारी, नवा रायपुर में चल रहे समर कैंप के तहत विश्व जैव विविधता दिवस (22 मई) और विश्व टर्टल दिवस (23 मई) के अवसर पर एक विशेष शैक्षणिक एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रकृति, पारिस्थितिकी और वन्यजीवों के संरक्षण की महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
पहले दिन विद्यार्थियों को जैव विविधता का महत्व, खाद्य श्रृंखला में उसकी उपयोगिता और पर्यावरण संतुलन में योगदान के बारे में चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से जानकारी दी गई। इससे बच्चों को छोटे से छोटे जीव जो पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं, के बारे में जानकारी मिली। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण जंगल सफारी भ्रमण रहा, जिसमें विद्यार्थियों ने बाघ, तेंदुआ, भालू, हिरण जैसे विविध वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक वातावरण में देखा और उनके व्यवहार, आवास व पारिस्थितिकी में योगदान को प्रत्यक्ष अनुभव किया।
दूसरे दिन विद्यार्थियों को स्टार टॉर्टल व रेड स्लाइडर कछुओं से परिचय कराया गया। उनकी शारीरिक संरचना, जीवनशैली और पारिस्थितिक भूमिका पर केंद्रित सत्र ने विद्यार्थियों की जलचर जीवों के प्रति समझ और संवेदनशीलता को करीब से जाना। इस आयोजन का सफल संचालन नंदनवन नेचर एजुकेशन की टीम के चंद्रमणी साहू, उपेंद्र साहू, जावेद, संतोष यादव और सूरज साहू ने किया। उन्होंने चर्चा-परिचर्चा और जीवंत उदाहरणों से विद्यार्थियों को प्रकृति के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित किया।
संचालक नंदनवन जंगल सफारी तेजस शेखर ने कहा कि जैव विविधता का संरक्षण केवल वैज्ञानिकों या प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। बच्चों में प्रकृति के प्रति प्रेम और संरक्षण की भावना उत्पन्न करना, एक बेहतर भविष्य की नींव है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा, जिसमें उन्होंने न केवल सीखा, बल्कि प्रकृति से जुड़ाव को महसूस भी किया।
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