नई दिल्ली (INDIA): सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस के अवसर पर देश भर में अपने राष्ट्रीय संस्थानों और समग्र क्षेत्रीय केंद्रों (सीआरसी( के माध्यम से व्यापक जागरूकता कार्यक्रम, व्याख्यान, सेमिनार और वेबिनार आयोजित किए। हर साल 19 जून को मनाया जाने वाला यह दिवस एक महत्वपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य सिकल सेल रोग (एससीडी) के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। विश्व सिकल सेल दिवस 2025 का विषय है۔‘वैश्विक कार्यवाही, स्थानीय प्रभाव: अपनी प्रभावी वकालत के लिए समुदायों को सशक्त बनाना’।
सिकल सेल रोग एक पुरानी, वंशानुगत रक्त विकार है। यह रोग आम तौर पर आदिवासी लोगों में पाया जाता है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त यह दिन इस रोग से प्रभावित लोगों के लिए शीघ्र निदान, प्रभावी उपचार और सहायक सामुदायिक वातावरण बनाने के वैश्विक प्रयासों को मजबूत करता है।
कोलकाता के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर लोको मोटर डिसेबिलिटीज (एनआईएलडी) ने मरीजों और चिकित्सकों के लिए एनआरएस मेडिकल कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। विशेषज्ञों ने रोग के लक्षण, निदान और उपचार पर जानकारी साझा की।
राष्ट्रीय बहुदिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआईईपीएमडी), चेन्नई ने चेंगलपट्टू में आम लोगों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें रोग प्रबंधन और समुदायों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया।
ओडिशा के कटक में स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एसवीएनआईआरटीएआर) ने एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें सिकल सेल रोग से पीड़ित लोगों की शीघ्र पहचान, प्रभावी प्रबंधन और सामुदायिक समर्थन के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
तेलंगाना में सिकंदराबाद के राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीआईडी) ने अपने सभागार में अभिभावकों, छात्रों और क्षेत्र के पेशेवरों के लिए एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया।
राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीआईडी), सिकंदराबाद ने अपने सभागार में अभिभावकों, छात्रों और क्षेत्र के पेशेवरों के लिए एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया।
सीआरसी त्रिपुरा ने अगरतला के नूतन नगर गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। सीआरसी गोरखपुर ने अपने क्रॉस-डिसेबिलिटी अर्ली इंटरवेंशन सेंटर (सीडीईआईसी) के माध्यम से बच्चों और उनके माता-पिता के लिए एक विशेष सेमिनार आयोजित किया, जिसमें सिकल सेल रोग की जटिलताओं, प्रारंभिक निदान के महत्व और उचित उपचार पर ध्यान केंद्रित किया गया। सीआरसी नागपुर ने भी इस अवसर पर एक ऑनलाइन वेबिनार आयोजित किया।
इसके अलावा, विभाग के अंतर्गत अन्य राष्ट्रीय संस्थानों और सीआरसी ने भी विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर स्थानीय स्तर पर विभिन्न जागरूकता पहल की। इन सामूहिक प्रयासों का उद्देश्य सिकल सेल रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना, समुदायों को सशक्त बनाना, समय पर निदान सुनिश्चित करना और देश भर में प्रभावित परिवारों को पर्याप्त सहायता प्रदान करना है।
Source: PIB
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