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23 February 2022   Admin Desk



श्रमिकों के बच्चों के लिए प्रदेश में चल रहे श्रमोदय विद्यालय देश में बनें मिसाल: मुख्यमंत्री

भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्कूल शिक्षा, विशेषज्ञता का क्षेत्र है। स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षा में गुणवत्ता, शिक्षक प्रशिक्षण, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप आवश्यक गतिविधियों तथा स्मार्ट क्लासेज का संचालन कर रहा है। इस विशेषज्ञता का लाभ श्रमोदय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी मिले। यह आवश्यक है कि श्रमोदय आवासीय विद्यालयों का संचालन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाए। प्रदेश में संचालित श्रमोदय आवासीय विद्यालयों का एक पृथक वर्टिकल भी विभाग में स्थापित किया जाए। इसके संचालन का दायित्व स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ को सौंपा जाए। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में श्रमोदय आवासीय विद्यालयों के संचालन की समीक्षा कर रहे थे। श्रम एवं खनिज साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वित्त मनोज गोविल, प्रमुख सचिव श्रम सचिन सिन्हा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव जनसंपर्क राघवेन्द्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के श्रमोदय विद्यालयों में सी.एम. राईज स्कूल से बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ। इन विद्यालयों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, जिससे प्रदेश के श्रमिक वर्ग के बच्चे अधिक से अधिक संख्या में इन विद्यालयों से जुड़ सकें। इन शालाओं से अध्ययन पूर्ण कर निकलने वाले विद्यार्थियों को आगे के अध्ययन के लिए भी मार्गदर्शन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों के लिए हो रही इस पहल को देश में मिसाल बनना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी इन विद्यालयों में जाकर बच्चों से संवाद करेंगे। बैठक में जानकारी दी गई कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में श्रमोदय आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें कक्षा 6 से 12वीं तक के अध्ययन की व्यवस्था है। प्रत्येक विद्यालय में 1120 छात्र-छात्राओं के अध्ययन की क्षमता है। विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क उत्कृष्ट शिक्षा के साथ नि:शुल्क पठन-पाठन सामग्री, गणवेश, भोजन, खेलकूद सुविधाएँ उपलब्ध हैं। वर्तमान में इन चार विद्यालयों में 2125 छात्र और 1882 छात्राएँ अध्ययनरत हैं। चारों विद्यालयों का वर्ष 2020-21 में कक्षा 10वीं और 12वीं का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। जेईई, नीट आदि परीक्षाओं में भी यहाँ के विद्यार्थियों का चयन हुआ है।



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