रायपुर: 17 फरवरी को मैट्स विश्वविद्यालय के एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कृषक ड्रोन की आवश्यकता एवं उपयोगिता के सन्दर्भ में गुल्लू गांव के किसानों को कृषक ड्रोन द्वारा कीटनाशक एवं खाद के छिडकाव का जीवंत प्रदर्शन किया गया। ड्रोन के उपयोग से कम समय में सटीक छिडकाव किया जा सकता है एवं मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और मिट्टी पर भी केमिकल्स का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है पानी एवं दवाइयां मानवीय तरीके से छिडकाव करने पर 10 गुना खर्च होती हैं। कृषि विभाग छत्तीसगढ़ शासन के संचालक अयाज तम्बोली के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से डॉ. नितीश तिवारी एवं डॉ. चंद्रमणि साहू के तकनीकी मार्गदर्शन में ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया उर्वरक का धान की फसल पर छिडकाव किया गया। कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूपरेखा के बारे में डॉ. अरुणा राणा, एरोनौटीकल इंजीनियरिंग विभाग ने प्रकाश डाला। किसानो के लिए ड्रोन खरीदने पर 50% की सब्सिडी देने की सरकार की योजना पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के पी यादव ने प्रकाश डाला एवं किस तरह किसानों को उस योजना का लाभ मिल सकेगा उसमें विश्वविद्यालय समन्वयक की भूमिका निभाएगा एवं तकनीकी प्रशिक्षण भी विश्वविद्यालय द्वारा देने की व्यवस्था करने की घोषणा की। कार्यक्रम में इंजीनियरिंग के प्राचार्य डॉ. अभिषेक जैन एवं एरोनौटिकल विभागाध्यक्ष डॉ शैलेन्द्र बोहिदार भी उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन कुल सचिव गोकुलानन्द पण्डा द्वारा किया गया।
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