लखनऊ/संवाददाता - सन्तोष उपाध्याय। लखनऊ। राजधानी लखनऊ में डॉ. आंबेडकर महासभा परिसर में भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर महासभा के तत्वावधान में शनिवार को आंबेडकर जयंती पर एक विशेष समारोह आयोजित किया गया था। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मिलित हुए। उन्होंने आंबेडकर महासभा में स्थापित बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के अस्थि कलश पर पुष्पार्पण किया तथा डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने भारतीय संविधान लिखकर इस देश के गरीबों, वंचितों, दलितों की आवाज को मजबूत करने का कार्य किया तथा देश की एकता और अखण्डता अच्छुण रहे इसके लिए एक समावेशी संविधान बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. आंबेडकर महासभा अपनी स्थापना वर्ष 1991 से दलितों, वंचितों और गरीबों के लिए संघर्ष कर रहा है और बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व को जन-जन तक पहुँचाने के लिए लगातार प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि आंबेडकर महासभा के प्रस्ताव पर पूरे प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर का चित्र लगवाया गया जिससे लोग बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा कर उनका अनुसरण कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि महासभा के प्रस्ताव पर तथा बाबा साहेब की पत्नी माई साहेब सविता आंबेडकर की इच्छा के अनुरूप में लखनऊ में बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर का भव्य स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र स्थापित किया जा रहा है जिसमें भव्य पुस्तकालय, प्रेक्षा गृह, शोध केन्द्र, विपस्सना केन्द्र, संग्रहालय की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में शीघ्र ही उक्त स्मारक संचालित हो जायेगा। समारोह की अध्यक्षता करते हुए डॉ. आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के अध्यक्ष तथा नव मनोनीत सदस्य, विधान परिषद, उ.प्र. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि लखनऊ में बनने वाला स्मारक केवल पत्थरों का स्मारक नहीं होगा वरन् डॉ. आंबेडकर के विचारों का एक बड़ा केन्द्र होगा। इस स्मारक के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार सम्पन्न होंगे तथा डॉ. आंबेडकर के नाम से बड़े अवार्ड भी दिये जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में डॉ. आंबेडकर के सम्मान के साथ ही दलितों की सुरक्षा और उनका सम्मान भी बढ़ा है। उनका कथन था कि आज दलितों के कच्चे मकान पक्के मकानों में बदल गये हैं, उनके घरों में शौचालय हैं और बिजली की रोशनी भी। डॉ. निर्मल ने कहा कि दलितों के संघातिक मामलों में भारी कमी आयी है और अब वे अपने आपको पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। समारोह में केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, मत्स्य मंत्री संजय सिंह, राज्यमंत्री स्व. प्र. असीम अरूण, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदत्त शांति मित्र, अनुसूचित जाति निगम के उपाध्यक्ष विश्वनाथ उपस्थित थे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। आंबेडकर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामनरेश चैाधरी, अमरनाथ प्रजापति, वीना मौर्या, डॉ. सत्या दोहरे, वीरेन्द्र विक्रम सुमन, सर्वेश पाटिल, जयशंकर सहाय, प्रमोद सरोज, जय विलास, रामचन्द्र पटेल अन्य भी उपस्थित रहे।
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