20 November 2023   Admin Desk



LUCKNOW: प्रेस वार्ता में डीसीपी साउथ विनीत जयसवाल ने किया हत्या का खुलासा

* पत्नी ने अपने भाई से कराई थी पति (इंस्पेक्टर) की हत्या , पुलिस ने दोनो को किया गिरफ्तार

लखनऊ संवाददाता-सन्तोष उपाध्याय 

कृष्णा नगर, लखनऊ: राजधानी लखनऊ में बीते दिनों में पीएसी में तैनात इंस्पेक्टर की सरेआम हत्या कर दी गई थी। जिसका डीसीपी साउथ विनीत जयसवाल ने रविवार को खुलासा किया। पुलिस टीमों ने घटनास्थल के आसपास के कैमरे चेक किये गये तो घटना के तुरन्त बाद काली हुड़ी, कैप व मास्क लगाये हुए साईकिल पर एक संदिग्ध व्यक्ति जाता हुआ नजर आया जिसका सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पीछा किया गया तो कुछ दूर चलने के बाद संदिग्ध द्वारा विजयनगर चौकी से पहले कपडे बदलकर हुलिया बदल लिया गया। जिससे टीमों का शक संदिग्ध पर और गहरा गया। लगातार पीछा करने पर पाया गया कि संदिग्ध व्यक्ति नक्खास की ओर से चरक चौराहे की ओर साइकिल से आता हुआ दिख रहा है लेकिन संदिग्ध व्यक्ति द्वारा चरक चौराहे पर पहुंचने से पहले ही एक गली में साइकिल को छोड़ दिया और चरक चौराहे की ओर पैदल बढ़ा और चरक चौराहे से समय सुबह एक ई-रिक्शा में बैठकर मेडिकल कॉलेज चौराहे की ओर बढ़ा। पुनः स्थानीय सीसीटीवी कैमरों, आईटीएमएस व सेफसिटी के कैमरों की मदद से पीछा किया गया तो संदिग्ध ई-रिक्शा अटल बिहारी कन्वेन्शन सेंटर, कैसरबाग, डालीगंज पुल, रेजीडेसी, हनुमन्त धाम, केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बगल बैकुठ धाम जाने वाली रोड से निशातगंज की तरफ राँग साइड़ पुल पर उतर गया। जहां आगे पेपर मिल तिराहा के कैमरे में चेक करने पर ई-रिक्शा निशातगंज की ओर बढ़ता दिखायी दिया परन्तु संदिग्ध व्यक्ति बैठा हुआ दिखायी नही दिया। ई-रिक्शा के चालक से पूछताछ के दौरान संदिग्ध व्यक्ति का हुलिया दिखाया गया तो चालक ने पहचान कर बताया कि इसको मैने चरक चौराहे से बैठाया था जिसे मैने बालू अड्डे के पास छोड़ा था। चरक चौराहे पर पैदल चलते हुए संदिग्ध व्यक्ति की चाल व साइकिल चलाते समय दिख रही चप्पल व घटना के अगले दिन थाने पर आये देवेन्द्र कुमार की शारीरिक हावभाव व चाल-ढाल का मिलान करने पर समानता पायी गयी। अभियुक्त की पहचान व घटना का सफल अनावरण करने हेतु अन्य टैक्निकल साक्ष्य भी जुटाये गये। इसी क्रम में पुलिस टीमों द्वारा लगभग 400 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गये ।

उपरोक्त समस्त संकलित साक्ष्यों के आधार पर देवेन्द्र से पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म इकबाल किया। पुलिस द्वारा पूछताछ में मुख्य अभियुक्त देवेंद्र कुमार वर्मा से पूछताछ किये जाने पर बताया कि उसका जीजा सतीश कुमार अपनी पत्नी को लगातार शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडित करता था । अभियुक्त देवेन्द्र द्वारा ये भी आरोप लगाया गया कि उसका जीजा सतीश कुमार बाहरी महिलाओं से नाजायज संबन्ध रखता था और उसकी बहन द्वारा उसका विरोध किया जाता था तो उसके साथ मारपीट व जान से मारने की धमकी देता था। इस संबंध में कई बार महिला के मायके पक्ष द्वारा हस्ताक्षेप करने का प्रयास किया गया तो उनके साथ भी अभद्रता व अभद्र भाषा का प्रयोग करता था व जान से मारने की धमकी देता था। इन दोनों द्वारा तय किया गया कि हम सतीश सिंह की हत्या कर देंगे और इसकी कार्ययोजना पर कार्य करने लगे। जिसके अन्तर्गत अभियुक्त द्वारा मृतक की गाड़ी में जीपीएस ट्रेकर लगाया गया। जिसकी ट्रेकिंग अभियुक्त अपने मोबाइल पर करता था। घटना के दिन भी इसके द्वारा मृतक की लोकेशन को ट्रैक किया गया जिसका पूरा पाथ अभियुक्त के मोबाइल फोन में ट्रेकिंग एप पर मौजूद है। घटना के दिन मुख्य अभियुक्त देवेंद्र कुमार वर्मा अपनी बहन से मिलने आया और बताया कि आज ये घटना को कारित करेगा । सहअभियुक्ता द्वारा इसको आश्वस्त किया गया कि वह प्रयास करेगी कि रात को जब वह रिश्तेदारों के घर से वापस आये तो सतीश सिंह को अकेले ही लेकर आये । कार्ययोजना के अनुसार अभियुक्त देवेन्द्र द्वारा एक पुरानी साइकिल खरीदी गयी। जिसे उसने चारबाग साइकिल स्टैण्ड पर खड़ा कर दिया। तथा कुछ दिन पूर्व ही एक अवैध तमंचा व एक पिस्टल खरीदी थी। घटना वाले दिन करीब 20:00 बजे चारबाग स्टेशन पर जाकर साइकिल उठायी तथा घटना कारित करने हेतु तथा पहचान छुपाने के उद्देश्य से अलग कपड़े पहने, कैप व मास्क लगाया तथा सफेद रंग के जूतों को काले रंग से रंगकर काला किया गया। साइकिल लेकर चारबाग से नाका हिन्डोला, मिल ऐरिया, तालकटोरा, आरडीएसओ से गलियों में होते हुये घटनास्थल पर पहुंच गया व साइकिल को खड़ी कर गली के मुहाने पर खडी गाड़ी की आड़ में छुप गया। 

जीपीएस के माध्यम से सतीश की लोकेशन को ट्रैक करता रहा। रात्रि करीब 02:10 बजे मृतक अपने घर पहुंचा व गेट का ताला खोल रहा था तभी अभियुक्त देवेन्द्र कुमार वर्मा ने पीछे से आकर पहले तमंचे से एक गोली फायर की तथा बाद में पिस्टल से चार गोली मारी गयी। सभी गोलियां मृतक को लगी । जिससे वह घायल होकर वहीं गिर गया। अभियुक्त मौके से अपनी साइकिल उठाकर वापस उसी रास्ते से कनौसी नहर आया जहां उसने घटना में पहने गये कपडे व जूते एक थैले में ईट रखकर नहर में फेंक दिये तथा घटना में प्रयुक्त असलाह भी वहीं नहर में फेंक कर पैंट और शर्ट पहन कर निकल गया परन्तु कैप और मास्क अभी भी पहने रहा। नहर से ये आरडीएसओ, राजाजीपुरम, नक्खास होते हुये चरक चौराहा पहुंचा जहां एक सूनसान गली में अपनी साइकिल छोडकर पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से कुछ दूर पैदल चलकर ई रिक्शा पकड़ कर मेड़िकल चौराहा होते हुये, अटल चौराहा, डालीगंज पुल, रेजीडेसी से हनुमन्त धाम से बैकुठ धाम जाने वाली रोड से निशातगंज की तरफ राँग साइड़ पुल पर उतर गया। घटना होने के वाद मृतक की पत्नी द्वारा ही पुलिस, ऐबुलेंस को सूचना दी गयी । स्वयं को बचाने के लिये मुख्य आरोपी देवेंद्र द्वारा अपना मोबाइल घर पर ही छोड दिया ताकि उसकी लोकेशन घर पर ही मिलती रहे और अपने भांजा जो कि 12वीं कक्षा में पड़ता है उससे बोला गया कि वह कहीं बाहर जा रहा है तुम उसके फोन को एक्टिव रखना व रात में आन-लाइन खाना ऑडर करते रहना, जिसकी पुष्टि मोबाइल फोन के रिकार्ड से हुयी है। फिलहाल दोनों अभियुक्त पत्नी और साले को पुलिस गिरफ्तार कर अग्रिम की कानूनी कार्यवाही जारी है।



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