Home >> Opinion

Bharatiya digital news
04 June 2025   bharatiya digital news Admin Desk



विकसित कृषि संकल्प अभियान, विकसित भारत का आधार

Article Written By: शिवराज सिंह चौहान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारतीय कृषि निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है l  उनकी दूरदर्शी सोच और किसान कल्याण को समर्पित ऐतिहासिक निर्णयों ने हमारे किसान भाइयों-बहनों को समृद्ध व सशक्त बनाया है, साथ ही ‘विकसित भारत’ के विराट संकल्प को नई मजबूती दी है। आज हमारे अन्नदाता न केवल देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, बल्कि विश्व के कई देशों में खाद्यान्न निर्यात करके भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं। कृषि विकसित और किसान आत्मनिर्भर बनें, लैब में होने वाले शोध सही समय में खेतों तक पहुंचे, इसी लक्ष्य को लेकर हम राज्यों के साथ मिलकर "एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम" के रूप में कार्य कर रहे हैं।

देश की समृद्धि का आधार कृषि और किसान हैं। हमारे कृषि वैज्ञानिकों ने अनेक शोध किए है l कृषि वैज्ञानिक नई तकनीक, उन्नत बीज, खाद इत्यादि से कम लागत पर फसल उत्पादन बढ़ाने के काम में जुटे हुए है। हमारे वैज्ञानिकों के शोध किसानों तक सही समय (रियल टाइम) पर पहुंचे, उन्हें जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, मिट्टी के पोषक तत्वों, उर्वरकों की सही मात्रा सहित कृषि के विभिन्न आयामों से अवगत कराया जा सके, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 29 मई से 12 जून तक 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' प्रारंभ किया जा रहा है। इस राष्ट्रव्यापी अभियान के माध्यम से देश के 700 से अधिक जिलों के लगभग 65 हजार गांवों में वैज्ञानिकों की 2170 टीमें पहुंचेगी। इस दौरान लगभग 1.5 करोड़ किसानों से सीधा संवाद किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि को विकसित बनाना और किसानों का जीवन बदलना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' कोई कर्मकांड नहीं, बल्कि किसानों के जीवन में समृद्धि लाने का महायज्ञ है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), राज्यों के कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, नवाचार से जुड़े संस्थान सभी एकजुट होकर, एक टीम के रूप में "विकसित कृषि और समृद्ध किसान" के लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे। यह अभियान प्रधानमंत्री के “लैब टू लैंड” के मंत्र को साकार कर किसानों की तकदीर और भारतीय कृषि की तस्वीर बदलेगा। वैज्ञानिक गांवों में जाकर किसानों से सीधा संवाद करेंगे और लैब में होने वाली रिसर्च की जानकारी किसानों को देंगे। साथ ही, किसानों के अनुभवों से भी सीखकर कृषि अनुसंधान को व्यवहारिक बनाएंगे l हमारे विकसित कृषि संकल्प अभियान के प्रयासों और किसानों के अथक परिश्रम से, एक हेक्टेयर में एक क्विंटल भी उत्पादन बढ़ता है तो देशभर में 20 टन खाद्यान उत्पादन बढ़ाने में हम यह सफल होंगे। 

कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और लगभग 50 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसी पर निर्भर है। यह क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 18 प्रतिशत का योगदान करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेज़ी से विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है, जिसमें विकसित खेती और समृद्ध किसान का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। बीते 11 वर्षों में किसानों को सशक्त करने के लिए सरकार ने बीज से बाजार तक हर वो फैसला लिया है, जो किसानों के लिए खेती को और आसान बनाए। हाल ही में लिए गए निर्णय जैसे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी हो या प्याज और चावल से निर्यात शुल्क को हटाना, फसलों की जलवायु अनुकूल और अधिक उपज वाली किस्मों के विकास से लेकर किसान हितैषी योजनाओं के विस्तार तक मोदी सरकार की प्राथमिकता में सदैव किसान कल्याण रहा है। 

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने हाल ही में जापान को पीछे छोड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में छलांग लगाई है। कृषि उत्पादन को देखे तो इसमें ऐतिहासिक वृद्धि हुई है। वर्ष 2024-25 में खाद्यान्न उत्पादन के 3309 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है। खरीफ चावल 1206 लाख टन, गेहूं 1154 लाख टन और सोयाबीन 151 लाख टन के साथ रिकॉर्ड स्तर पर हैं। सोयाबीन की उत्पादकता 985 किलो प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 1169 किलो प्रति हेक्टेयर हो गई है। बागवानी क्षेत्र में भी उत्पादन 3621 लाख टन तक पहुँचने का अनुमान है। ये उपलब्धियाँ दर्शाती हैं कि हमारे किसानों की मेहनत, वैज्ञानिकों की शोधपरक क्षमता और मोदी सरकार की किसान कल्याणकारी नीतियाँ मिलकर कृषि क्षेत्र को नित-नई ऊँचाइयों पर ले जा रही हैं। 

व्यापक विजन, समग्र सोच, स्पष्ट नीति और नेक इरादों के साथ किसानों की आय बढ़े, उनके पसीने का उचित मूल्यांकन हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें, इसके लिए केंद्र सरकार ने 6 सूत्रीय रणनीति बनाई है। उत्पादन बढ़ाने, उत्पादन की लागत घटाने, उत्पादन के ठीक दाम देने, प्राकृतिक आपदा में राहत की ठीक राशि देने, कृषि का विविधीकरण तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय गंभीरतापूर्वक कार्य कर रहा है।

'विकसित कृषि संकल्प अभियान' किसानों के जीवन को बेहतर बनाने का एक महाभियान है l मेरी किसान भाइयों-बहनों से अपील है कि आप सभी इस महअभियान से जुड़े, इस कार्यक्रम का लाभ उठाए l वैज्ञानिकों द्वारा दी गई सलाह को मानकर अपनी कृषि को उन्नत करे। उत्पादन बढ़े, लागत घटे और किसानों को लाभ हो, इसी उद्देश्य के साथ विकसित कृषि का यह महायज्ञ है, जो विकसित भारत का आधार बनेगा l 

 (लेखक भारत सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री है)



Advertisement
bharatiya digital news
Photo Gallery

Advertisement

Advertisement

Trending News

Important Links

© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva