नई दिल्ली NEW DELHI, INDIA: दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) को वास्तुकला परिषद (सीओए) के साथ एक एतिहासिक गठबंधन की घोषणा करते हुये प्रसन्नता हो रही है जिसका उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों और भवनों में दिव्यांगजनों के लिये पहुंच और समावेशिता को बढ़ावा देना है।
डीईपीडब्ल्यूडी और सीओए के बीच हस्ताक्षरित सहमति ज्ञापन (एमओयू) में इनके लिये कार्यशालायें, संगोष्ठियां और प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन को लेकर संयुक्त प्रतिबद्धता दिखाई देती है। पहलों में वास्तुकला स्नातक पाठ्यक्रम में अनिवार्य अध्ययन माड्यूल, पीडब्ल्यूडी के लिये बेहतर पहुंच परिवेश को लेकर जागरूकता बढ़ाना शामिल है।
इस भागीदारी के एक हिस्से के तौर पर सीओए और डीईपीडब्ल्यूडी ने हाल ही में सार्वभौमिक सुलभता पर मास्टर प्रशिक्षकों के लिये प्रमाणित प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य वास्तुकारों, शिक्षाविदों आदि को तैयार परिवेश में एक्सेस आडीटर्स के तौर पर सेवायें देने के लिये सशक्त बनाना है।
सार्वभौमिक पहुंच पर मास्टर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण दो चरणों में आयोजित किया गया। पहला चरण सितंबर 2023 में आनलाइन आयोजित हुआ जबकि दूसरा चरण 11 और 12 मार्च 2024 को संपन्न हुआ। भागीदारों ने इस अवसर पर व्यावहारिक कौशल और समझ बढ़ाने के लिये भवनों की पहुंच लेखापरीक्षा सहित प्रायोगिक अभ्यास में भाग लिया।
डीईपीडब्ल्यूडी के सचिव राजेश अग्रवाल और सीओए के अध्यक्ष वास्तुकार अभय पुरोहित ने इस सहभागिता के महत्व पर प्रकाश डालते हुये पहुंच को बढ़ावा देने में मास्टर प्रशिक्षकों और प्रतिष्ठित वक्ताओं को उनके अमूल्य योगदान के लिये संयुक्त रूप से सम्मानित किया।
Source: PIB
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