नई दिल्ली New Delhi, India: भारतीय वायु सेना के लड़ाकू और परिवहन विमानों ने 18 मार्च, 2024 को बापटला जिले में अडांकी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 16 को हवाई पट्टी की तरह इस्तेमाल करते हुए एक आपातकालीन लैंडिंग सुविधा (ईएलएफ) ऑपरेशन को पूरा किया है। इस प्रक्रिया के दौरान सुखोई एसयू-30 और हॉक जैसे लड़ाकू विमानों ने सफलतापूर्वक ओवरशूट किया। इसके बाद एएन-32 तथा डोर्नियर परिवहन विमान राजमार्ग पर उतरे और फिर उन्होंने इसी पट्टी से उड़ान भरी। इस पूरी कार्रवाई के दौरान जटिल बहुआयामी गतिविधियों के संचालन के लिए भारतीय वायु सेना और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), जिला प्रशासन, राज्य पुलिस तथा अन्य नागरिक एजेंसियों के बीच उच्च स्तर के तालमेल व संपर्क-सुविधा का प्रदर्शन किया गया।
इससे पहले, इस तरह की गतिविधि का आयोजन 29 दिसंबर 2022 को किया गया था। 4.1 किलोमीटर लंबी और 33 मीटर चौड़ी कंक्रीट हवाई पट्टी का निर्माण भारतीय वायुसेना द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया गया है। इसी तरह से देश के विभिन्न हिस्सों में अन्य हवाई पट्टियां पहले से ही भारतीय वायुसेना के लिये उपलब्ध हैं। आंध्र प्रदेश में यह आपातकालीन लैंडिंग सुविधा हाल ही में प्रायद्वीपीय भारत के लिए प्रारंभ की गई है।
आपातकालीन लैंडिंग सुविधा से युक्त राजमार्ग हवाई पट्टियां आकस्मिक परिस्थितियों के दौरान भारतीय वायुसेना के हवाई संचालन के लचीलेपन को बढ़ाती हैं और ये दूर-दराज के क्षेत्रों में मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन के दौरान अमूल्य संपत्ति की तरह ही भूमिका निभा रही हैं। भारतीय वायुसेना, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) के साथ देश में उपयुक्त स्थानों पर आपातकालीन लैंडिंग सुविधा के निर्माण के लिए संयुक्त रूप से काम कर रही है।
Source: PIB
© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva