रायपुर, CG (INDIA): रायपुर विकास प्राधिकरण ने आज जिला प्रशासन, नगर पालिक निगम और पुलिस विभाग की मदद से कौशल्या माता विहार योजना (कमल विहार योजना) के सेक्टर 11-ए में अवैध रुप से कब्जा कर बनाए गए पक्के - कच्चे मकानों को तोड दिया। इसमें कुछ फार्म हाऊस भी बनाए गए थे। यहां के एक पक्के मकान में सीसीटीवी भी लगा पाया गया। यही नहीं अवैध कब्जा धारियों ने यहां जानवर भी पाले और सुरक्षा के लिए चौकीदार भी नियुक्त कर रखे थे।
कलेक्टर रायपुर गौरव सिंह के मार्गदर्शन, आरडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा के निर्देशन और नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त विश्वदीप के सहयोग से आज प्राधिकरण की कौशल्या माता विहार योजना का अवैध कब्जा हटाया गया। जिला प्रशासन के साथ नगर पालिक निगम के सभी जोन कार्यालय, पुलिस प्रशासन और रायपुर विकास प्राधिकरण के लगभग 150 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने आज जेसीबी बैकहो लोडर मशीन से अवैध कब्जों को तोड कर हटाया।
कौशल्या माता विहार योजना के सेक्टर 11-ए के सिटी पार्क और 18 मीटर चौड़ी सड़क पर अवैध कब्जा किया गया था। प्राधिकरण प्रशासन व्दारा अवैध कब्जाधारियों को पहले कई बार नोटिस दिया गया था। पिछले सप्ताह उन्हें पुनः कब्जा हटाने के लिए कहा गया फिर भी कब्जा बरकरार रहा। इस पर आज संयुक्त रुप से प्राधिकरण ने हटाने की कार्रवाई की। प्राधिकरण के अनुसार कौशल्या माता विहार योजना के अंतर्गत ग्राम डूंडा के खसरा नंबर 252 की भूमि जिसका कुल क्षेत्रफल है 25 एकड़ है, इसके कुछ भाग में यह कब्जा किया गया था। इसमें कुछ पक्के मकान बनाए गए थे, कुछ में कच्चे मकान भी बने थे। वर्तमान में कुछ और पक्के मकान बनाए जा रहे थे। प्राधिकरण ने इसके कुछ दिन पूर्व इसी योजना के सेक्टर 3 में तालाब के किनारे की भूमि पर किया जा रहा अवैध कब्जे हटवाए थे। आज की इस कार्रवाई में पुलिस विभाग से एडीशनल एस.पी. विवेक शुक्ला, जिला प्रशासन से एसडीएम नंद कुमार चौबे, प्राधिकरण की अतिरिक्त सीईओ शिम्मी नाहिद, नगर पालिक निगम के जोन कमिश्नर उपस्थित थे।
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