लखनऊ/ संवाददाता - संतोष उपाध्याय लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को ज़िलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा अपने न्यायालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। सबसे पहले ज़िलाधिकारी द्वारा गार्ड फाइल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में गार्ड फाइल में वर्तमान की एंट्री नही पाई गई। जिसके सम्बन्ध में पेशकार द्वारा बताया गया कि दाखिल होने वाली फाइलों को मिसिलबन्द में एंट्री करके ऑनलाइन एंट्री की जाती है। जिसके सम्बन्ध में ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि गार्ड फाइल को कम्प्लीट करते हुए फाइलों की एंट्री करना सुनिश्चित किया जाए।
ज़िलाधिकारी ने न्यायालय की समस्त अलमारियों को खुलवा कर रखी गई फाइलों का जायज़ा लिया। ज़िलाधिकारी द्वारा पेशकार से एक्टिव फाइलों की संख्या मांगी गई। जिसके सम्बन्ध में पेशकार द्वारा ज़िलाधिकारी को एक्टिव फाइलों की सूची उपलब्ध कराई गई। ज़िलाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची का गहन परीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ज़िलाधिकारी द्वारा राजस्व के प्रकरणों और फ़ौजदारी के प्रकरणों के निस्तारित होने के बाद फाइले कहा दाखिल दफ्तर की जाती है। जिसके सम्बन्ध में पेशकार द्वारा बताया गया की राजस्व की फाइलें रिकार्ड रूम में और फ़ौजदारी की फाइलें जेआरके में दाखिल दफ्तर की जाती है।
निरीक्षण के दौरान ज़िलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि आगामी दो दिवस के भीतर सभी अलमारियों की फाइलों को व्यवस्थित करते हुए उनको तारीख वार क्रम में अलमारियों में रखना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही सभी एक्ट व डेलेगेशन के वादों की एंट्री अलग अलग रजिस्टरों में करना सुनिश्चित किया जाए। उक्त के साथ ही न्यायालय में अधिवक्ताओं के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया जाए।
ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि रोज़ की तारीख वाली फाइलों की सूची और आगामी तारीख वाली फाइलों की अलग अलग सूची बनाना सुनिश्चित किया जाए। उक्त के साथ ही सभी रूल्स व एक्ट से सम्बंधित सभी पुस्तको को न्यायालय में एक रैक में व्यवस्थित रूप से रखना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि आगामी दो दिवस के भीतर सभी व्यवस्थाओ को सुनिश्चित कराया जाए। दो दिवस के पश्चात पुनः न्यायालय का निरीक्षण किया जाएगा यदि कोई भी अनियमितता पाई जाएगी तो सम्बंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
© Bharatiya Digital News. All Rights Reserved. Developed by TechnoDeva