संवाददाता - सन्तोष उपाध्याय
लखनऊ: शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर प्राथमिक विद्यालय, कली पश्चिम में “विशिष्ट शिक्षक सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक और प्रेरणादायी अवसर पर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 120 समर्पित शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान 15 मेधावी छात्रों को लैपटॉप वितरित किए गए, जिससे वे डिजिटल शिक्षा, नवाचार और भविष्य की तैयारियों की ओर अग्रसर हो सकें।
* 5 विद्यालयों में सुदृढ़ एवं आधुनिक फर्नीचर का लोकार्पण।
* 27 विद्यालयों में आकर्षक एवं सुरक्षित झूलों का लोकार्पण।
ये पहलें छात्रों के लिए अधिक अनुकूल, रोचक और जीवंत शैक्षिक वातावरण तैयार करेंगी।
“हमारे शिक्षक गुरु गोबिंद सिंह जी की वीरता, चाणक्य की नीति, बुद्ध का करुणा संदेश, स्वामी विवेकानंद का जागरण, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सपने और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्श अपने व्यक्तित्व में समाहित करते हैं। शिक्षक केवल ज्ञान के प्रदाता ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के मस्तिष्क और चरित्र के सच्चे शिल्पकार होते हैं।”
स्वतंत्रता के समय भारत की साक्षरता दर मात्र 18% थी, औसत आयु 35 वर्ष और विद्यालयों की संख्या 1.4 लाख से भी कम थी।
आज देश में 14.7 लाख से अधिक विद्यालय, 1100 विश्वविद्यालय और 75% से अधिक साक्षरता दर है।
यह अद्भुत परिवर्तन हमारे शिक्षकों की अथक मेहनत और मार्गदर्शन का ही परिणाम है।
32 विद्यालयों/महाविद्यालयों में डिजिटल पुस्तकालय
31 संस्थानों में इंटरएक्टिव डिजिटल बोर्ड
1300+ मेधावी छात्रों को लैपटॉप, टैबलेट और साइकिल वितरण
डॉ. सिंह ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि छात्र केवल नौकरी खोजने वाले न बनें, बल्कि नौकरी देने वाले और नवाचार करने वाले बनें। आने वाले समय की लगभग 80% नौकरियां अभी अस्तित्व में भी नहीं हैं। केवल शिक्षा ही हमारे बच्चों को आत्मनिर्भर, रचनात्मक और वैश्विक अवसरों के लिए तैयार कर सकती है।
इस अवसर पर सांसद कौशल किशोर, सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे, वरिष्ठ शिक्षा अधिकारीगण, प्राचार्यगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधानगण, पार्टी पदाधिकारी, शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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