नई दिल्ली New Delhi: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2023 के शुभ अवसर पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के चेयरमैन मनोज कुमार ने मुंबई स्थित केवीआईसी मुख्यालय में ’खादी योगा मैट’ को लॉन्च किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाया जा रहा ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ दिन प्रति दिन नये मानदंड स्थापित कर रहा है। ’खादी योगा मैट’ को लॉन्च करना भी इसी अभियान का हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा कि यह योग चटाई पूरी तरह से घरेलू और पर्यावरण के अनुकूल है। इसे इस तरह तैयार किया गया है कि सभी तरह के योगासन इस पर किये जा सकते हैं।
इस अवसर पर केवीआईसी चेयरमैन ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत पश्चिमी क्षेत्र के 237 लाभार्थियों के लिये करीब 25 करोड़ रूपये का मार्जिन राशि अनुदान जारी किया। उन्होंने वित्त वर्ष 2022- 23 में 1.34 लाख करोड़ रूपये का एतिहासिक कारोबार होने पर देश के ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले लाखों खादी कारीगरों और केवीआईसी अधिकारियों को बधाई दी।
मनोज कुमार ने ‘खादी योगा मैट’ जारी करने से पहले केवीआईसी के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सुबह आयोजित कार्यक्रम में योग और प्रणायाम किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ही प्रयास था जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव किया जिसे तीन महीने की अवधि में ही स्वीकार कर लिया गया और 21 जून, 2015 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से भारत योग गुरू के रूप में आज दुनिया को योग का पाठ पढ़ा रहा है।
केवीआईसी चेयरमैन ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केवीआईसी ने ‘‘वोकल फार लोकल’’ (स्थानीय उत्पाद के लिये मुखर) और ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ अभियान अवधारणा को नई उंचाईयों पर पहुंचाया। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार केवीआईसी उत्पादों का बिक्री कारोबार 1.34 लाख करोड़ रूपये के पार पहुंचा जबकि इस दौरान ग्रामीण इलाकों में 9,54,899 रोजगार के नये अवसर सृजित किये गये। उन्होंने कहा कि आज लांच ‘खादी योगा मैट’ पूरी तरह से घरेलू उत्पाद है जिसे खादी कारीगरों के कौशल से तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी को इस नये घरेलू उत्पाद के लिये मुखर होना चाहिये और जब हम सभी स्थानीय उत्पादों को लेकर मुखर होंगे तभी हमारे उत्पाद स्थानीय से वैश्विक उत्पादों की श्रेणी में पहुंचेंगे।
केवीआईसी की एतिहासिक सफलता को दोहराते हुये उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अभियान के साथ पीएमईजीपी ने देश के युवाओं को साथ लाने में नया रिकार्ड स्थापित किया है। इस योजना के साथ ‘रोजगार पाने के बजाय रोजगार प्रदाता बनने’ का सपना जुड़ा हुआ है।
Source: PIB
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