रायपुर: श्री मेडिशाइन हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. सुशील शर्मा, न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आस-पास के क्षेत्रो मे, हड्डी रोग व ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विशेषज्ञ के रूप में, हड्डी से संबधित रोगो के इलाज में, इन्हे दक्षता प्राप्त है। मेडिशाइन हास्पिटल में काफी संख्या मे मरीज अपने हड्डी रोग संबंधी इलाज के लिये आते है।
ऐसी ही एक मरीज बलांगिर उडिसा की निवासी, पिछले कई वर्षो से घुटनों की जोड़ में काफी तेज दर्द की समस्या थी, जिससे वह अपनी रोज की दिनचर्या मे काफी तकलीफ उठा रही थी। खाना बनाने, बर्तन धोने, नहाने, चलने-फिरने, पूजा जैसे रोज के कार्याे मे उन्हे समस्या बहुत ज्यादा होने लगी थी। इन सभी परेशानियों के आलावा इन्हे आर्टिफिशियल मेटल गहने पहनने से भी एलर्जी होती थी।
उनका रोग काफी बढ़ता गया, तब अपने परिचीत की सलाह पर श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल के डॉ. सुशील शर्मा, आर्थोपेडिक एवं र्ज्वाइंंट रिप्लेमेंट सर्जन के पास इलाज के लिये व्हील चेयर में आई, डॉ. शर्मा ने उनकी जाँच के बाद बताया कि दोनो घुटना पुरी तरह से खराब हो गया है, ऑपरेशन से ठीक करना होगा।
सामान्य मेटल इम्लांट से मेटल एलर्जी एवं मेटालॉसिस जैसे साईड इफेक्ट देखने को मिलते है, इसलिये डॉ शर्मा ने दोनो घुटनों को कम्प्युटर नेविगेशन मशीन से गोल्ड नी इम्लांट लगाया तथा नेविगेशन असिस्टेड, मिनीमम इनवेसिव एवं नवीनतम तकनिक से ज्वाईंट रिप्लेसमेंट किया।
पूरे इलाज व आपरेशन से मरीज काफी संतुष्ट व खुश है। और अपने दैनिक के कार्यो में फिर से वापस लौट आयी तथा आपरेशन के दूसरे दिन ही चलना शुरू कर दी, व तीसरे दिन स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो गई है। उनका यही कहना है कि यदि व डॉ. शर्मा के पास मेडिशाइन हॉस्पिटल पहले ही आ जाती तो, उन्हे अपनी लम्बी बीमारी से बहुत पहले ही छुटकारा मिल सकता था।
इस सफल जोड़प्रत्यारोपण में साथ रहने वाले डॉ प्रयंक हिशीकर आर्थोपेडिक एवं आर्थोस्कोपी स्पोर्ट मेडिसीन विषेशज्ञ, डॉ सुप्रिती शर्मा (एनेथेसियोलॉजिस्ट), डॉ असित नायक (एनेथेसियोलॉजिस्ट), ओटी स्टाफ एवं नर्सिग स्टाफ मौजूद थे। श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक विभाग में दूसरे प्रदेश से भी जोड़प्रत्यारोपण कराने नियमित रूप से आ रहे है।
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