नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय और विश्व के उद्योग जगत का आह्वाहन किया है कि वे अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाकर नवीनतम डिजाइन तैयार करने, विकसित करने और उनके विनिर्माण की दिशा में सरकार के प्रयासों को समर्थन दें। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में पूर्णतया आत्मनिर्भरता प्राप्त करना बहुत जरूरी है। वे बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2023 के एक हिस्से के तौर पर आयोजित गोलमेज बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में स्थानीय और विश्व के मौलिक उपकरण विनिर्माताओं के 70 से अधिक मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत केवल एसम्बेली कार्यशाला होकर रहना नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण भारत मेक इन इंडिया और मेक फॉर-द-वर्ल्ड के अंतर्गत रक्षा तथा सुरक्षा पर आधारित कुशलताओं और संबंधित विशेषज्ञता के बारे में विश्व नेताओं के साथ तालमेल करने का इच्छुक है। उन्होंने उद्योग जगत को विश्वास दिलाया कि रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में नवाचार के बारे में सरकार के विचार बिल्कुल स्पष्ट और खुले हैं। वह ऊर्जा, उद्मिता भावना और इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी को ज्यादा से ज्यादा लाभप्रद बनाने की इच्छुक है। श्री सिंह ने यह भी कहा कि इस मामले में सरकार सभी प्रकार की रूकावटों को दूर करने और व्यापार को सुगम बनाने के लिए मदद करने को तैयार है। Source: AIR
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