नई दिल्ली New Delhi: जी-20 के सदस्य देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने मोटे अनाज के अनुसंधान के लिए 'महर्षि' पहल के भारत के प्रस्ताव का समर्थन किया और किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से विस्तृत सेवा के लिए सहयोग देने में रूचि दिखाई। जी-20 की कृषि क्षेत्र के प्रमुख वैज्ञानिकों की वाराणसी में हो रही बैठक के दूसरे दिन प्रतिभागी देशों ने बीजों के क्षेत्र में भारत की क्षमता को माना, जो अन्य देशों के लिए भी उपयोगी होगा। तीन दिवसीय बैठक की थीम ''स्वस्थ लोगों और पृथ्वी के लिए टिकाउ कृषि तथा खाद्य प्रणाली' है। बैठक में आज डिजिटल कृषि और टिकाउ कृषि मूल्य श्रृंखला पर और कृषि अनुसंधान एवं विकास में सार्वजनिक निजी साझेदारी पर चर्चा हुई। बैठक में एक सत्र 'मोटा अनाज और अन्य प्राचीन खाद्यान्न अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान पहल' (महर्षि) पर विचार विमर्श के लिए आयोजित किया गया। इसके अंतर्गत भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय बैठक में जलवायु परिवर्तन, मिट्टी और जल संरक्षण, प्राकृतिक खेती के क्षेत्रों में सहयोग के लिए रूचि दिखाई गई। Source: AIR
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