लखनऊ संवाददाता-सन्तोष उपाध्याय
लखनऊ: समाज में शिक्षकों के बिना मानव का जीवन सार्थक नहीं है । हर किसी के जीवन में एक गुरु या शिक्षक का होना बेहद आवश्यक है । इसलिए पूरे देश व प्रदेश में प्रत्येक वर्ष के पांच सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र में स्थित चंद्रशेखर आजाद नगर दरोगा खेड़ा कॉलोनी के पीछे पारस मेमोरियल एकेडमी में विद्यार्थियों और शिक्षको ने मिलकर बड़े धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया।
स्कूल संचालक ने शिक्षकों और बच्चों को गिफ्ट देकर सम्मानित किया। पारस मेमोरियल एकेडमी के प्रबंधक ने बताया कि देश का नया सवेरा होने को आया है, आज शिक्षक दिवस का दिन आया है। रात सुरमयी खुशी का यह स्वर, आ गया शिक्षक दिवस का अवसर । शिक्षक हैं देश के निर्माणकर्ता, क्योंकि ये हैं छात्रों के भविष्य निर्माता। मेरे शिक्षक ही मेरे देव है और यह विद्यालय ही मेरा मंदिर है। ज्ञान की गंगा के मल्हार, शिक्षक जीवन के आधार। सही गलत का आभास है कराते, बिना स्वार्थ के हमें पढ़ाते। ज्ञान बांटने का काम जो करते, शिक्षक की जगह है भरते। शिष्य को जो देते ज्ञान, इसी ज्ञान से शिष्य बनता महान। गुरु है ज्ञान है सार, हर बच्चे के जीवन का आधार। हर गुरु का हो सम्मान। बिना गुरु के है हर कोई अधूरा, न पा सकेगा वो शिक्षा पूरा । बिगड़े शिष्य को सुधारे, उस शिष्य का जीवन बेहतर बनाते । दूसरे क्रम ग्लोबल कंप्यूटर इंस्टिट्यूट संस्था के प्रबंधक/शिक्षक संतोष उपाध्याय के नेतृत्व में सभी विद्यार्थियों ने मिलकर केक काटा और अपने गुरु को नमन करते हुए फूल बरसाए, शिक्षक दिवस पर सभी ने गुरु के महत्व के बारे में बताया।
इस अवसर पर संस्था के प्रबंधक संतोष उपाध्याय ने बताया कि शिक्षक एक अच्छे व्यवहार और नैतिक के व्यक्ति के लिए बहुत ही अच्छी तरह से विद्यार्थी को शिक्षित करता है। शिक्षक विद्यार्थी को अकादमी रूप से बेहतरीन बनाते हैं और जीवन में हमेशा अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं।
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