संवाददाता संतोष उपाध्याय
सरोजनीनगर: राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सोमवार को रुद्राक्ष के 200 पौधे रोपे जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के अंतर्गत रुद्राक्ष के इन पौधों को विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा शुरू की गयी सावन माह के (12 अगस्त 2024) सोमवार के अवसर पर रुद्राक्ष पौधरोपण महा अभियान के अंतर्गत लगाया जायेगा।
विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह स्वयं दोपहर 12 बजे श्री जग्दम्बेश्वर महादेव मंदिर सेक्टर - के आशियाना, दोपहर 12:40 बजे श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर, वृन्दावन योजना सेक्टर -11, दोपहर 01:20 बजे बिजनौर स्थित शीतला माता मंदिर के सामने श्री शिव मंदिर, ग्राम कुरौनी स्थित राजकीय हाई स्कूल में दोपहर 02:00 बजे, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सरोजनी नगर में दोपहर 02:40 बजे और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बेहटा में दोपहर 03:00 बजे रुद्राक्ष के पौधे रोपित कर इस महा अभियान की शुरुआत करेंगे। पौधों की सुरक्षा के लिए उन्हें ट्री गार्ड से घेरा भी जाएगा।
इस दौरान विधायक द्वारा सभी 6 स्थानों पर स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों को ताराशक्ति केंद्रों पर निर्मित इको फ्रेंडली बैग्स में रखकर 20 -20 आम के पौधे भी प्रदान किये जाएंगे। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने आधिकारिक एक्स(ट्विटर) पर लिखा रुद्राक्ष = रूद्र (शिव) + अक्ष (आँख) रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के अश्रु से हुई मानी जाती है! शिव पुराण के अनुसार मानव कल्याण के निमित्त चिर ध्यान योग मुद्रा के उपरान्त जब भगवान शिव ने आंखें खोलीं तो आंसुओं की बूंदे गिरीं जिससे धरती पर रुद्राक्ष के वृक्ष अस्तित्व में आए।रुद्राक्ष के दर्शन, स्पर्श, रुद्राक्ष पर जप करने मात्र से प्राणियों को धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष चारों पुरुषार्थों का लाभ प्राप्त होता है।
डॉ. सिंह ने क्षेत्रवासियों का आह्वान करते हुए आगे लिखा कि सरोजनीनगर के 60 प्राचीन मंदिरों, पार्कों व अन्य महत्वपूर्ण सार्वजिक स्थलों पर अबतक 200 हैण्डपंप लगवाए गये हैं, दिनांक 12 अगस्त को पवित्र श्रावण माह के सोमवार के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के अंतर्गत तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से इस सभी 200 जल संतृप्त स्थलों पर 200 रुद्राक्ष के पौधे रोपे जायेंगे।
रुद्राक्ष युक्ति एवं मुक्ति देने वाला चमत्कारिक वृक्ष है, रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मक विचार दूर होते हैं, भागवत पुराण के अनुसार जिस घर में एकमुखी रुद्राक्ष रहता है, उस घर से लक्ष्मी जी कभी दूर नहीं जाती। रुद्राक्ष धारण करने से हाई और लो बीपी और ह्रदय रोगों के नियंत्रण में लाभ मिलता है। रुद्राक्ष दिव्यशक्ति वाला एक सदाबहार, घना छायादार वृक्ष है, इसकी ऊँचाई 50 से 200 फीट तक होती है, 3 से 4 वर्ष में रुद्राक्ष के वृक्ष पर फल आने लगते हैं।
रुद्राक्ष के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं, जिनसे सिरदर्द, माइग्रेन और मानसिक रोगों का उपचार किया जाता है। रुद्राक्ष के फल और छिलकों का उपयोग सर्दी, फ़्लू और बुखार के उपचार में किया जाता है। प्रकृति के संरक्षण के लक्ष्य के साथ धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व की इस अनोखी पहल - ‘ रुद्राक्ष’ में सहभागिता के लिए सरोजिनीनगर परिवार के सभी सदस्यों का आह्वान है।
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