लखनऊ/ संवाददाता: सन्तोष उपाध्याय लखनऊ: राजधानी लखनऊ में निदेशालय बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार उ.प्र. लखनऊ के तत्वावधान में विकासखंड चिनहट की सभागार में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण एवं ‘सहयोग ऐप' के लिए सी.डी.पी.ओ. एवं मुख्य सेविका के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर सम्पन्न किया गया । जनपद लखनऊ में पाँच समूहों में प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, ये समस्त कार्यक्रम जनपद के जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे के नेतृत्व में किये गए ।
पाँचवे समूह के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे ने सभी को प्रेरित करते हुये कहा कि आँगनवाडी केन्द्रों को रचनात्मक तरीके से सुधार करना होगा, सहयोग ऐप के माध्यम से केन्द्रों व कार्यों की निगरानी होगी । क्षेत्र स्तर के कार्यकर्ताओं के द्वारा किए गए कार्यो की गुणवत्ता, सुधार, क्षमतावर्धन बनाने हेतु कार्यकर्ताओं को निरंतर प्रोत्साहित करें जिससे सहयोगात्मक तरीके से बेहतर कार्य जमीनी स्तर पर किया जा सकें ।
राज्य पोषण मिशन के संयुक्त परियोजना समन्वयक सेराज अहमद ने सभी को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि इस ऐप को विशेष रूप से मुख्य सेविका और सी.डी.पी.ओ. के लिए विकसित किया गया, ताकि विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवक्ता और परफ़ार्मेंस में सुधार के लिए व्यवस्थित तरीके से प्रभावी गतिविधि करने के लिए आँगनवाडी कार्यकत्रियों का सहयोग किया जा सकें । एलाइव थ्राइव के उपनिदेशक सुनील कुमार ने ‘सहयोग ऐप' के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये विभिन्न पहलुओं को लेकर प्रशिक्षित किया ।
वर्ल्ड विज़न से मास्टर ट्रेनर नवीन कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान मुख्य उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि विजिट के दौरान एकत्र किए डेटा के आधार पर डीब्रीफ़ सत्र आयोजित करने में मदद करेगा । सभी को कार्यकत्री व मुख्य सेविका को असाइन करना, मासिक योजना बनाना, भ्रमण के दौरान समस्त ऐप में इनबिल्ट 8 अलग-अलग प्रकार की चेकलिस्ट भरना, डीब्रीफ़ सत्र को आयोजित करना, परफ़ार्मेंस को देखना सिखाया । ऐप का सही उपयोग और लगातार ज्ञान वर्धन को सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया । प्रशिक्षण के दौरान सभी को प्रैक्टिस भी कराई ।
यूनिसेफ से मास्टर ट्रेनर अनिता ने कहा की विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बेहतर संचालन करने हेतु अहम भूमिका निभाएगा "सहयोग" ऐप । केंद्र पर विजिट करने पर सी.डी.पी.ओ. एवं मुख्य सेविका का व्यवहार सहयोगात्मक होना चाहिए । प्रशिक्षण के दौरान जो भी बताया गया है, उसकी घर पर भी प्रैक्टिस करें, जिससे सभी कार्यों का निष्पादन बेहतर तरीके से होगा, तब जाके हम सभी सक्षम आगनवाड़ी केंद्र की संकल्पना को पूर्ण कर सकेंगे । उक्त कार्यक्रम में सी.डी.पी.ओ.काकोरी पारुल शुक्ला, शैलेंद्र सिंह, जय प्रताप सिंह व मुख्य सेविकाए मौजूद रही । प्रशिक्षण के दौरान आईहेट यू.पी.टी.एस.यू. ब्लॉक समन्वयक कल्पना शुक्ला, सुगम का विशेषयोग दिया ।
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