लखनऊ/ संवाददाता - संतोष उपाध्याय अवध वन प्रभाग: राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर रेंज अन्तर्गत "चांदे बाबा का तालाब " गढ़ी चुनौटी में तालाब को वेट लैण्ड व पर्यटन के दृष्टिकोण से विकास कराने हेतु डी.एफ.ओ. जिले के डा. रवि कुमार सिंह द्वारा निरीक्षण करते हुए एक खुली सभा का आयोजन किया गया, जिसमें वन विभाग, उ.प्र., प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राजस्व विभाग, नगर निगम, खण्ड विकास के अधिकारीण व उत्कर्ष सिंह चौहान सहित स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया गया। सभा में उपस्थित उक्त विभाग के उपस्थित समस्त अधिकारीगण से विचार विमर्श तालाब के विकास हेतु निम्न प्रकार कार्यवाही करते हुए निम्न कार्यों हेतु अपेक्षा की गयी। उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा तालाब के पानी का सैम्पल लिया गया। राजस्व विभाग को तालाब की सीमा को चिन्हाकित करते हुए सीमा स्तम्भ लगाये जाने के निर्देश दिये गये। तालाब में बारिश का पानी एकमात्र जल स्रोत है। अतः तालाब के पानी को बहने से रोकने हेतु खण्ड विकास अधिकारी से इस हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। तालाब की भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने हेतु राजस्व विभाग ने नोटिस जारी करने की कार्यवाही की गयी है। डी.एफ.ओ. ने आगामी वृक्षारोपण सत्र में 1000 आयरन ट्री-गार्ड पौधरोपण हेतु क्षेत्रीय वन अधिकारी, सरोजनीनगर को निर्देशित किया गया। तालाब की साफ-सफाई व जलकुम्भी तथा गाद निकालने हेतु ग्राम विकास विभाग को मनरेगा द्वारा कार्ययोजना तैयार करने तथा तालाब के आस-पास क्षेत्र को गंदगी व खुले में शौच से मुक्त कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। तालाब के निरीक्षण दौरान एक जोड़ा सारस का पाया गया। डी.एफ.ओ., लखनऊ ने उ.प्र., प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तालाब के पास एक प्राइवेट सुरक्षा एकेडमी को अपशिष्ट शोधन के संबंध में नोटिस जारी करने हेतु कहा गया। डी.एफ.ओ., लखनऊ ने जल्द ही स्थानीय ग्रामीणों के समक्ष ग्राम सचिवालय में बैठक कराये जाने का निर्णय लिया गया।
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