लखनऊ/संवाददाता – सन्तोष उपाध्याय। लखनऊ: राजधानी लखनऊ में एक से 30 अप्रैल तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा। इसी क्रम में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने नगर निगम और पंचायती राज विभाग को निर्देशित किया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक साफ-सफाई रखी जाए ताकि कहीं भी जलभराव के कारण मच्छरजनित परिस्थितियाँ उत्पन्न न होने पायेँ। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया कि निर्धारित गतिविधियों को समय से संपादित करें। इसके साथ ही उनके द्वारा निर्देश दिए गए कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा बैठक हर सप्ताह होगी। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि सचिव भारत सरकार द्वारा जारी पत्र के अनुसार इस साल देश के अधिकांश भागों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना व्यक्त की गई है। ऐसी स्थिति में जलजनित आउटब्रेक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम से संबंधित रोगों के विषय में विभिन्न विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए निम्न गतिविधियाँ प्राथमिकता के आधार पर किया जाना सुनिश्चित करें – भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जनमानस के लिए ठंडे एवं साफ पीने के पानी की व्यवस्था करें, गर्मी से बचाव के लिए शेल्टर्स की व्यवस्था, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मौसम का पूर्वानुमान तथा तापमान का डिस्प्ले, हीट वेव से बचाव के उपायों के लिए विद्यालयों में जनसमुदाय में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अभियान के शुरू होने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि माइक्रोप्लानिंग फॉर्मैट में तिथिवार और क्षेत्रवार जिस तरह की गतिविधियां अंकित की गई हैं वह ठीक उसी तरह संपादित की जाएं ताकि सभी गतिविधियों की निगरानी समुचित रूप से की जा सके। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने ज़िलाधिकारी को बताया कि हर साल की भांति इस साल भी स्वास्थ्य विभाग इस अभियान में नोडल विभाग की भूमिका में है। इसके अलावा शिक्षा, पंचायती राज, बाल विकास सेवाएवं पुष्टाहार, ग्राम्य विकास, दिव्यांगजन कल्याण, पशु पालन, कृषि, नगर विकास, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना विभाग भी सहयोग कर रहे है। संचारी रोगों के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बिमल जैसवार ने बताया कि 17 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। दस्तक अभियान में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस के रोगियों, क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। इस अवसर पर सभी विभागों द्वारा अपने-अपने विभागों की प्रस्तावित गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण किया गया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. सुनील कुमार रावत, जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) के चिकित्सा अधीक्षक, सभी बारह विभागों के प्रतिनिधि, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ़, पाथ और एम्बेड परियोजना के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के सम्बन्ध में ज़िलाधिकारी द्वारा आमजनमानस के लिए निम्नवत उपाय जारी किए गए। वाटर टैंक व कंटेनरों को ढक कर रखे, घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दें। घर में अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, ,अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने और टूटे टायर, बर्तन और कबाड़ व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें। तत्काल उसका निस्तारण सुनिश्चित करें। प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदलें, कूलर आदि में ज़्यादा दिनों तक पानी जमा न होने दे। घरों और होटल के वाटर टैंक में लार्वीवोरस मछली का उपयोग करे। बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदले। स्वयं बचाव के उपाय से सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करे। दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहने |
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