रायपुर RAIPUR: गर्भावस्था के 7वें और 8वें माह में जन्में बच्चों के इलाज के लिए पैरेंट्स की पहली पसंद अब महादेवघाट रोड स्थित ओम हॉस्पिटल हो गया है। यही कारण है कि पिछले 1 महीने में 6 से अधिक बच्चे अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग से स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए है।
अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राम प्रकाश साहू ने बताया कि अस्पताल में समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों के इलाज के लिए पूरी सुविधाएं मौजूद है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में ट्वीन बेबी भर्ती हुई थी, जो गर्भावस्था के 7.5 महीने में पैदा हुई थी। जन्म के वक्त वे अंडर वेट थी और उनका वजन 1 किलो 200 ग्राम और 1 किलो 200 ग्राम था।
उन्होंने बताया कि गर्भ धारण करने के बाद मरीज को पता चला कि उन्हें सिकलसेल हो गया है और उन्हें बार-बार खून चढ़ाने की नौबत आ गई। जिसके बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज किया और ज्यादा से ज्यादा वक्त तक बच्चों को गर्भ में रखने की रणनीति बनाई। लेकिन बाद में उन्हें डिलीवरी करानी पड़ी, जिसके बाद बच्चों का पूरा इलाज किया गया, लगभग 1 महीने के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ्य हुए और उनका वजन बढ़ने लगा।
डॉ राम ने बताया कि अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ और मेडिसीन विभाग की संयुक्त टीम की मदद से अस्पताल में क्रिटिकल केयर में गर्भवती महिलाओं और जन्म लेने वाले बच्चों का पूरा इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि उक्त जुड़वा बच्चों के अलावा भी 4 अन्य गंभीर बच्चों का इलाज ओम हॉस्पिटल में सफल रूप से किया गया।
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