कोरिया, Chhattisgarh: ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस पर जिला स्वास्थ्य समिति, कोरिया द्वारा 16 फरवरी से 22 मार्च तक शिशु संरक्षण अभियान चलाने जा रही है।
जानकारी के मुताबिक शिशु संरक्षण जनजागरूता के तहत 9 माह से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक छह माह के अंतराल पर, छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को सप्ताह में दो बार 1-1 मिली. आयरन सिरप पिलाया जाएगा, वहीं नियमित टीकाकरण तथा छूटे बच्चों को टीका लगाया जाना चाहिए। पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन कराने एवं गंभीर कुपोषित बच्चों का पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कर उपचार कराया जाना चाहिए।
जिले में 16 फरवरी से शुरू होने वाले शिशु संरक्षण माह के दौरान जिले के बच्चों को विटामिन ’ए’ और आयरन एवं फॉलिक एसिड देने का लक्ष्य रखा गया है। मैदानी स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी सहायिकाओं द्वारा बच्चों को दवाई पिलवाकर अभियान को सफल बनाया जाएगा।
शिशु संरक्षण दिवस मनाने का मुख्य कारण शिशुओं के जीवन की रक्षा के लिए कदम उठाना है। नवजात जीवन की सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनकी उचित देखभाल करने के एकमात्र उद्देश्य से मनाया जाता है। शिशुओं की सुरक्षा और पोषण के बारे में जागरूकता के साथ हर बच्चे को मजबूत स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रदान करने का भी प्रयास करता है जिसके वे हकदार हैं।
जिले में सुपोषण सुनिश्चित करने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए पौष्टिक आहार और गर्म भोजन देने का प्रावधान है। इस कार्यक्रम के अनुपूरक के रूप में शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाता है जो कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया से बचाने में काफी मददगार है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी माता-पिता से अपील की है कि वे अपने बच्चों को आयरन सिरप तथा विटामिन ’ए’ की खुराक अवश्य दिलाएं। बच्चों के विकास के लिए यह खुराक देना बहुत जरूरी है इसलिए बच्चों के कुपोषण होने का खतरा कम होता है और बच्चे की मानसिक स्थिति में भी सुधार होता है, इसलिए सभी माता-पिता 16 फरवरी से शुरू होने वाले शिशु संरक्षण माह में अपने बच्चों को इसका खुराक अवश्य दिलवाए।
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