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16 April 2025   Admin Desk



डॉ. राजेश्वर सिंह का स्मार्ट सिटी विजन : संवेदनशीलता और जवाबदेही से सुसज्जित शहरों का निर्माण

* “स्मार्ट सिटी केवल तकनीकी ढांचा नहीं है; यह संवेदनशील, सहभागी और जवाबदेह शासन की आत्मा है।” – डॉ. राजेश्वर सिंह

संवाददाता - सन्तोष उपाध्याय

लखनऊ,UP(INDIA): सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह नागरिकों के जीवन को तकनीक-सुलभ, पर्यावरण-हितैषी और प्रशासनिक रूप से जवाबदेह बनाने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध हैं। मंगलवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से अपने शहरी विकास दृष्टिकोण “5 पिलर्स ऑफ ए स्मार्ट सिटी” को सार्वजनिक किया।

यह विजन केवल एक विधानसभा क्षेत्र की सीमा में नहीं बंधा है, बल्कि यह पूरे भारत में स्मार्ट शहरों के लिए एक आदर्श ढांचा प्रस्तुत करता है। सरोजिनी नगर में पहले से लागू हो चुकी सफल योजनाएं — जैसे सोलर स्ट्रीट लाइटिंग, स्वच्छ जल आपूर्ति और ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर — यह दर्शाती हैं कि जब राजनीतिक इच्छाशक्ति और स्पष्ट योजना साथ हों तो परिवर्तन ज़मीन पर उतर सकता है।

डॉ. राजेश्वर सिंह के स्मार्ट सिटी के 5 स्तंभ

1. स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग – उजाले के नीचे सुरक्षित जीवन

डॉ. सिंह का मानना है कि स्मार्ट लाइटिंग से न केवल ऊर्जा की बचत होती है, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा भी बढ़ती है।

मुख्य विशेषताएं: एलईडी और IoT सेंसर आधारित लाइटिंग, मोशन डिटेक्शन, फॉल्ट अलर्ट और केंद्रीकृत नियंत्रण, रियल-टाइम डिमिंग और मॉनिटरिंग

प्रभाव: 70% तक ऊर्जा की बचत, अपराध दर में 30% तक गिरावट (Urban Security Research)

वैश्विक उदाहरण: सैन डिएगो और बार्सिलोना ने आपातकालीन सेवाओं और फुटफॉल डेटा से लाइटिंग को जोड़ा है।

स्थानीय सफलता: सरोजिनी नगर में 1,000+ सोलर स्ट्रीट लाइट्स और 125+ हाई मास्ट लाइट्स स्थापित की गई हैं।

2. ग्रीन मोबिलिटी और ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर – हरित भविष्य की ओर तेज़ी से बढ़ते कदम

लक्ष्य: 70–80% निजी व व्यावसायिक वाहन इलेक्ट्रिक, सार्वजनिक परिवहन का 100% विद्युतीकरण, एआई-आधारित ट्रैफिक नियंत्रण, चार्जिंग स्टेशन और बैटरी स्वैपिंग की उपलब्धता

अंतरराष्ट्रीय उदाहरण: शेन्ज़ेन (चीन): सभी बसें और टैक्सियाँ 100% इलेक्ट्रिक, नॉर्वे: 84% नई कार बिक्री ईवी,

सरोजनीनगर की विशेषता: Ashok Leyland की ई-बस फैक्ट्री, जहाँ हर साल 2,500 बसों का निर्माण — क्षेत्र को ग्रीन मोबिलिटी हब में बदल रही है।

3. स्वच्छ जल की पहुंच – शुद्ध जल, अधिकार नहीं, ज़रूरत है

मुख्य बिंदु: सेंसर आधारित पाइपलाइन से लीकेज की पहचान, डिजिटल मीटर और ऑटोमेटेड बिलिंग, अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण और भूजल पुनर्भरण ज़ोन

वैश्विक मॉडल: सिंगापुर का NEWater और इज़राइल की ड्रिप इरिगेशन एवं जल पुनः उपयोग प्रणाली

स्थानीय प्रयास: सरोजनीनगर में 3 पुनर्जीवित तालाब, 2 कार्यरत STPs (2 निर्माणाधीन), और पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार

4. कचरा प्रबंधन – स्वच्छता को सामाजिक क्रांति में बदलना

नवाचार : घर-घर कचरा संग्रहण और रूट मॉनिटरिंग, स्मार्ट बिन्स और कंपोस्टिंग यूनिट, मटेरियल रिकवरी सेंटर

परिणाम: संचालन लागत में 20% की कमी, स्वास्थ्य समस्याओं में 15% की गिरावट (WHO)

सरोजनीनगर की पहल: 25,000+ ईको फ्रेंडली बैग वितरित, छात्रों और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से ज़ीरो-वेस्ट अभियान

5. शिकायत निवारण – तकनीक के माध्यम से जवाबदेह प्रशासन

एकीकृत समाधान: CM हेल्पलाइन, जनसुनवाई ऐप और e-Nagar सेवाओं का समन्वय, लाइव ट्रैकिंग, वॉट्सऐप अपडेट और नागरिक रेटिंग, मोबाइल शिकायत वैन और डिजिटल सेवा केंद्र,

प्रभाव: नागरिक संतुष्टि में 25% वृद्धि, सक्रिय नागरिक भागीदारी में 20% इज़ाफा

सरोजनीनगर की ज़मीनी हकीकत: 13 डिजिटल केंद्र सेवा हब के रूप में, 115 से अधिक ‘आपका विधायक – आपके द्वार’ शिविरों का आयोजन

सरोजनीनगर: स्मार्ट सिटी सपने की जीवंत प्रयोगशाला

डॉ. राजेश्वर सिंह का स्मार्ट सिटी विजन केवल सैद्धांतिक नहीं, बल्कि सरोजिनी नगर में वास्तविक रूप से लागू हो रहा है। यह सोच तकनीक, पारदर्शिता और सहभागिता को केंद्र में रखकर, हर नागरिक के लिए कार्यशील शहरी ढांचा तैयार कर रही है। यह रोडमैप उत्तर प्रदेश ही नहीं, भारत भर के शहरों के लिए एक प्रेरणादायक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है — एक ऐसा खाका जो स्मार्ट, टिकाऊ और नागरिक-केंद्रित विकास की राह दिखाता है।



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