नई दिल्ली (INDIA): प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) ने 10 मई, 2025 को नई दिल्ली में “राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम” के अंतर्गत एक कुशल और इंटरैक्टिव प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। क्षमता निर्माण आयोग के सहयोग से आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम लोक सेवकों की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इस पहल का उद्देश्य सहायक अनुभाग अधिकारियों से लेकर अवर सचिवों तक विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों की क्षमताओं को बढ़ाना है।
इस सत्र में प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग के सचिव वी. श्रीनिवास भी उपस्थित रहे और इस इंटरैक्टिव प्रशिक्षण में शामिल हुए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम बेहतर टीमवर्क और कार्यबल के बीच सामंजस्य स्थापित करने हेतु परिवर्तन के साधन है। उन्होंने इस पहल के महत्व के बारे में बताया और एक उत्तरदायी एवं प्रभावी प्रशासन बनाने के लिए सिविल सेवकों को सशक्त बनाने को लेकर सरकार के फोकस पर जोर दिया।
उप सचिव एवं मास्टर ट्रेनर सुश्री सरिता तनेजा ने अवर सचिवों, अनुभाग अधिकारियों, सहायक अनुभाग अधिकारियों और अन्य अधिकारियों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया जिसमें उन्होंने सक्रिय रूप से भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में “कर्मयोगी मिशन” की गहन समझ को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए चार आकर्षक मॉड्यूल शामिल थे:
* राष्ट्रीय कर्मयोगी कौन है?
* सफलता और संतुष्टि के हमारे दृष्टिकोण का विस्तार
* कर्मयोगी बनाना
* राष्ट्र-निर्माता के रूप में राष्ट्रीय कर्मयोगी
इंटरैक्टिव मॉड्यूल का उद्देश्य प्रतिभागियों को अपने कार्यक्षेत्र को व्यापक बनाने, राष्ट्र-निर्माता के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करना था कि वे राष्ट्र की प्रगति के लिए कर्तव्य और प्रतिबद्धता की भावना के साथ नेतृत्व करें।
यह पहल सार्वजनिक सेवा में उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने तथा अधिक प्रभावी, जवाबदेह और पारदर्शी प्रशासन का निर्माण करने के लिए सरकार के सतत प्रयासों का हिस्सा है।
Source: PIB
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