लखनऊ/ संवाददाता- सन्तोष उपाध्याय लखनऊ: भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की 6 दिसम्बर को 63वीं पुण्यतिथि मनाई जाती है। बाबा साहेब अंबेडकर ने 6 दिसंबर 1956 को अंतिम सांस ली थी। आज के दिन 'परिनिर्वाण दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर राजधानी लखनऊ में 6 दिसम्बर को बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस पर दिन मंगलवार को एक महासभा में विशेष श्रद्धाजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमे सभी ने परिनिर्वाण दिवस पर एक एक करके श्रद्धांजलि अर्पित की।
उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉ. आंबेडकर को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. आंबेडकर के जीवन से जुड़े पाच स्थलों को स्मारक बनाकर उन्हें पंचतीर्थ घोषित कर दिया। डॉ. आंबेडकर के जन्म स्थल महु छावनी शिक्षा स्थल दस किंग्स हेनरी रोड लन्दन दीक्षा स्थल दीक्षा भूमि नागपुर परिनिर्वाण स्थल 26 अलीपुर रोड नई दिल्ली और अन्तिम सरकार स्थल चैत्य भूमि मुम्बई में भव्य स्मारक बनाकर डॉ. को साथी जति दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर की अन्तिम इच्छा गरीबों दलितों के आवास सहित मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का था। जिसे आवास सोमाग्य उज्वला स्वच्छ भारत मिहान तथा आयुष्मान भारत योजनाओं के माध्यम से सरकार पूरा करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डॉ आंबेडकर के चित्र सभी सरकारी कार्यालयों में लग चुके हैं। उधर डा. आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होने कहा कि दलितों गरीबों को उनके मूलभूत अधिकार उपलब्ध कराना ही बाबा साहेब डॉ आंबेडकर जी को सच्ची श्रद्धा है।
मुख्यमंत्री योगी ने डॉ. आंबेडकर का कारवा आगे बढ़ाने के लिए डा. लालजी प्रसाद निर्मल को बधाई दी। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता कर रहे उ. प्र. अनुसूचित जाति विल्ल एवं विकास निगम के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि लखनऊ में डॉ. आंबेडकर का भव्य स्मारक बनाकर उन्होंने डॉ. आंबेडकर जी की पत्नी माई साहेब डॉ. सविता आंबेडकर जी के सपनों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. सविता आंबेडकर की चाहत थी, कि लखनऊ मे डॉ. आबेडकर जी का ऐसा स्मारक बने जिसमें विशाल पुस्तकालय शोध केन्द्र संग्रहालय विपस्सना केन्द्र तथा भव्य प्रेक्षागृह हो जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्मारक बनाकर सार्थक कर रहे है। सभा को उ.प्र. के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण सी. आबेडकर वि.वि. के कुलपति प्रो. संजय सिंह अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदन्त शान्ति मित्र तथा नगर महापौर डा. संयुक्ता भाटिया ने सम्बोधित किया।
इस अवसर पर महासभा के पदाधिकारी प्रो. रामनरेश चौधरी बीना मौर्या अमरनाथ प्रजापति, डा. सत्या दोहरे सर्वेश पाटिल प्रमोद कुमार वीरेन्द्र विकग समन रामचन्द्र पटेल, राम शंकर संजय कनौजिया, हनुमान धारिया आदि उपस्थित थे।
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