लखनऊ/ संवाददाता - संतोष उपाध्याय लखनऊ: बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 161 वीं जयंती समारोह पर सेमिनार का आयोजन विज्ञान भारती और आर्यकुल फार्मेसी कालेज के संयुक्त तत्वाधान में आत्मनिर्भर भारत के लिए महामना की वैज्ञानिक दृष्टि विषय पर किया गया। जिसकी अध्यक्षता आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज के प्रबंध निदेशक डॉ. सश्क्त सिंह ने की। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलित और भारत माता के साथ-साथ महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्रेयांश मंडोली संगठन सचिव विज्ञान भारती अवध एवं काशी, रंजीव तिवारी महामना शिक्षण संस्थान लखनऊ के सचिव, प्रो.राजेश कुमार आईआईटी बीएचयू विज्ञान भारती, डॉ. अरविन्द माथुर विज्ञान भारती अवध प्रान्त, डॉ. रजनीश चतुर्वेदी विज्ञान भारती अवध प्रांत के महासचिव,डॉ.आशुतोष अवध प्रांत,डॉ.अखिलेश बीबीएयू,डॉ.बबिता पाण्डेय बीबीएयू, डॉ.शंकर राव उपस्थित रहे। कार्यक्रम में श्रेयांश मंडोली ने बोलते हुए कहा कि भारत की आजादी में विज्ञान के जरिए जो लड़ाई लड़ी गयी उसके बारे में श्रोताओं को विस्तार से बताया और मालवीय जी के जीवन के से प्रेरणा लेने की सीख दी। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए रंजीव तिवारी ने मालवीय जी के विजन से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि मालवीय जी यह जानते थे कि स्वतंत्र भारत को समृद्ध और शक्तिशाली बनाने के लिए विज्ञान को समझना,पढ़ना और शोध करना बहुत उपयोगी होगा। इसलिए उनके द्वारा बीएचयू जैसी संस्था की स्थापना की गई जिसका देश में आज भी नाम है। कार्यक्रम में आर्यकुल के वर्ष 2023 के वार्षिक कैलेंडर का लोकार्पण भी किया गया। सेमिनार में ग्रुप रजिस्ट्रार सुदेश तिवार, विभागाध्यक्ष प्रो.बी.के. सिंह, अंशिक शुक्ला, डॉ.स्नेहा सिंह, संगीता चौहान, कुमारी दीपिका, स्वेता मिश्रा, पूनम, ममता पाण्डेय, डॉ.अंकिता श्रीवास्तव, शना परवेज, सदब, वर्तिका सिंह, खुशबू कुमारी, विश्वास, वर्तनी श्रीवास्तव के अन्य प्रोफेशर और सहायक प्रोफेशर उपस्थित रहे।
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